पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) से इस्तीफों की छड़ी लग गई है. पार्टी पर बैन की सरकार की चेतावनी के बीच पीटीआई के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने इस्तीफा दे दिया है.
फवाद ने कहा कि मैंने राजनीति से ब्रेक लेने का फैसला किया है. मैंने पार्टी पद से इस्तीफा दे दिया है और इमरान खान से अलग होने का फैसला किया है.
फवाद चौधरी का एक वीडियो कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें पुलिस को देखते ही भागते देखा जा सकता था. वह दोबारा गिरफ्तारी के डर से बचने के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट की ओर भागे थे.
बता दें कि फवाद पीटीआई के उन नेताओं की फेहरिस्त में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने नौ मई को देश में हुई हिंसा के बाद से पीटीआई पार्टी से इस्तीफा दे दिया.
इससे पहले मंगलवार को पीटीआई की बड़ी नेता और इमरान खान की सरकार में मंत्री रह चुकी शइरीन मजारी ने पार्टी और राजनीति दोनों छोड़ने का ऐलान कर दिया था.
उन्होंने कहा था कि मैं नौ और 10 मई को देश में हुई हिंसा की निंदा करती हूं. मैंने सिर्फ नौ और दस मई की ही नहीं बल्कि संसद, सुप्रीम कोर्ट और जीएचक्यू पर हुई हिंसा की भी हमेशा निंदा की है.
उसी दिन पीटीआई पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता मियां जलील शराकपुरी ने भी नौ मई की हिंसा के बाद पार्टी से अलग होने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि मैं अब इमरान खान और पीटीआई के साथ काम नहीं कर सकता. इतना ही नहीं शराकपुरी ने पार्टी में मौजूद अपने साथियों को भी सलाह दी कि वे भी इमरान का साथ छोड़ दें. इमरान की विचारधारा का त्याग कर दें.
बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान को अल कादिर ट्रस्ट मामले में नौ मई को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) और पाक रेंजर्स ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया, जिसके बाद से देशभर में जमकर बवाल हुआ था.
पाकिस्तान के कई बड़े शहरों में बड़ी तादाद में इमरान खान के समर्थक सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान पीएम शहबाज शरीफ के आवास पर भी पेट्रोल बम फेंके गए थे. साथ ही कमांडर हाउस को निशाना बनाया गया था. पुलिस ने कमांडर के घर पर हमले में शामिल 14 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जो जमान पार्क से भागने की कोशिश कर रहे थे.