दक्षिण अफ्रीका के रंगभेद विरोधी नेता नेल्सन मंडेला ने 1990 में अपनी रिहाई के बाद जब अमेरिका की ऐतिहासिक यात्रा की थी, तो उस दौरान एफबीआई ने उनकी जासूसी की थी. यह जानकारी एक प्रमुख ब्रिटिश अखबार द्वारा शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में दी गई है. यह रिपोर्ट जारी की गई नई फाइलों पर आधारित है.
‘द इंडिपेंडेट’ की रिपोर्ट में कहा गया है कि मंडेला जब अमेरिका गए थे, उनकी पार्टी अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस उस समय तक अमेरिकी सरकार के आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि एफबीआई मंडेला के काफिले से जुड़े एक खुफिया के जरिए उनके पूरे आवागमन पर नजर रखे हुए थी.
मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से रायन शेपिरो द्वारा हासिल आंशिक रूप से संशोधित फाइलें अलजजीरा को उपलब्ध कराई गई हैं और उनमें एफबीआई के रिकॉर्ड से जून 1990 से 334 पेज शामिल हैं. शेपिरो राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी, सीआईए और डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी के साथ मंडेला से संबंधित रिकॉर्ड के लिए जारी कानूनी लड़ाई से जुड़े हुए हैं.
शेपिरो ने कहा, ‘एफबीआई ने दस्तावेजों को न सिर्फ बुरी तरह संपादित किया, बल्कि मंडेला की 1990 में हुई रिहाई से पहले उसमें लिप्त रहे अमेरिकी खुफिया समुदाय की चर्चा को भी परोक्ष तौर से हटा दिया है.’ मंडेला ने आठ अमेरिकी शहरों का दौरा किया था और उस दौरान उनका जोरदार स्वागत हुआ था.
वह 27 साल जेल में रहने के बाद रिहा हुए थे और रंगभेद के खिलाफ अपने संघर्ष के लिए वह एक अंतरराष्ट्रीय हस्ती बन गए थे.