इजरायल और हमास में जारी युद्ध के बीच एक और देश चर्चा में है, वो है लेबनान. दरअसल, हमास ने जब शनिवार को इजरायल पर हमला किया, इसके कुछ घंटे बाद ही लेबनान के आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह ने दक्षिण लेबनान से इजरायल पर हमला किया. रविवार को भी हिज्बुल्लाह ने रॉकेट दागे. इसके जवाब में इजरायल ने भी जबरदस्त पटलवार किया. इजरायल ने 60 लाख की आबादी वाले लेबनान की सामा के पास अपने टैंक भी तैनात कर दिए हैं.
हिज्बुल्लाह हमास के समर्थन में इजरायल पर हमला कर रहा है. इजरायल इसका मुंहतोड़ जवाब भी दे रहा है. लेकिन लेबनान की जनता के लिए इस तरह का संघर्ष कोई नई बात नहीं है. लेबनान की जनता पहले भी गृह युद्ध, सशस्त्र गुटों के बीच आंतरिक लड़ाई, इजरायल के साथ संघर्ष और पड़ोसी सीरिया में युद्ध के प्रभाव से गुजर चुका है.
हिज्बुल्लाह के एक बयान के मुताबिक, सोमवार को इजरायली गोलाबारी में उसके तीन सदस्य मारे गए. वहीं, दक्षिणी लेबनान में एक इजरायली डिप्टी कमांडर और दो हमास के लड़ाके भी मारे गए. इसके अगले दिन हिजबुल्लाह ने इजरायली सैन्य वाहन पर मिसाइल दागी. इसके जवाब में इजरायल ने हिज्बुल्लाह पोस्ट को उड़ा दिया.
इजरायल से संघर्ष के बीच लेबनान के सैकड़ों लोग अपने घरों के अंदर रहने या बेरूत के अन्य शहरों की ओर भागने के लिए मजबूर हो गए हैं. यह पहला मौका नहीं है, जब हिज्बुल्लाह और इजरायल इस तरह से आमने सामने आए हों.
इससे पहले 2006 में हिज्बुल्लाह ने 2 इजरायली सैनिकों को पकड़ लिया था. हिज्बुल्लाह इसके बदले इजरायली कैद में बंद अपने लड़ाकों को छुड़वाना चाहता था. लेकिन इजरायल ने हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह के घर पर बमबारी करके इसका जवाब दिया था. इसके बाद दोनों के बीच 34 दिन तक युद्ध चला था. इजरायल और हिजबुल्लाह की इस जंग में 1100 लेबनानियों की मौत हुई थी. जबकि 165 इजरायली भी मारे गए थे.
हिज्बुल्लाह शिया कट्टरवाद पर आधारित संगठन है. इसकी स्थापना 1982 में हुई थी. हिज्बुल्लाह के घोषणापत्र में इजरायल को खत्म करना शामिल किया गया है. हिज्बुल्लाह को इजरायल, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, अरब लीग, जर्मनी आतंकवादी संगठन मानते हैं.
इजरायल के मुताबिक, हिज्बुल्लाह में करीब 45000 लड़ाके हैं. इजरायल आरोप लगाता रहा है कि हिज्बुल्लाह को ईरान से हथियार, प्रशिक्षण और फंडिंग मिलती है. इजरायल का दावा है कि हिज्बुल्लाह के पास 120,000 से 130,000 मिसाइलें हैं. इनमें तमाम लंबी दूरी तक मारने करने वाली भी शामिल हैं. इसके अलावा हिज्बुल्लाह पर एंटी-टैंक हथियार, मानव रहित ड्रोन, एंटी शिप मिसाइलें और हवाई रक्षा प्रणाली मौजूद है.