ब्रिटेन में पिछले कुछ दिनों से सियासी पारा गरमाया हुआ है. वजह है लिज ट्रस का इस्तीफा. लेकिन बुधवार को इन सभी अटकलों पर तब विराम लग गया जब उन्होंने कहा कि वो इस्तीफा नहीं देंगी. दरअसल लिज ट्रस सरकार ने हाल ही में संसद में मिनी-बजट पेश किया था. इस बजट में उन्होंने टैक्स और महंगाई पर रोक लगाने वाले कदम उठाए थे. लेकिन जल्द ही इन फैसलों को सरकार ने वापस ले लिया. अपने इस फैसले की वजह से लिज ट्रस की खूब आलोचना हुई थी.
वादों से मुकर गईं लिज ट्रस!
लिज ट्रस ने जब प्रधानमंत्री का पद संभाला था, तब कमरतोड़ महंगाई का सामना कर रही ब्रिटेन की जनता को उनसे बहुत उम्मीदें थीं. इसकी एक प्रमुख वजह यह भी थी कि ट्रस ने अपने चुनावी अभियान में जनता से लोक-लुभावन वादे किए थे. उन्हें सत्ता की कुर्सी तक पहुंचाने वाला एक प्रमुख चुनावी वादा टैक्स में कटौती करना था. उनके इस वादे की वजह उनकी जमकर आलोचना हुई और उन्होंने माफी भी मांग ली थी.
लिज ट्रस को करना पड़ा अपमान का सामना
ट्रस से विपक्षी लेबर पार्टी की नेता कीर स्टारर ने हाउस ऑफ कॉमन्स से पूछा था कि ऐसे प्रधानमंत्री का क्या मतलब है जिनके वादे एक सप्ताह भी नहीं टिकते हैं? इनके अलावा मिस्टर स्टारर ने 'गॉन, गॉन!' के नारों के साथ ट्रस का मजाक उड़ाया. उन्होंने कहा वह अभी भी यहां क्यों है?
'मैं हार नहीं मानूंगी'
इन सभी के सवालों का लिज ट्रस ने निडरता से जवाब दिया, 'मैं एक फाइटर हूं और क्विट नहीं करूंगी'. साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि मैं ऐसी व्यक्ति हूं जो सामने आने के लिए तैयार हूं. मैं कठोर निर्णय लेने के लिए तैयार हूं. मैंने यह सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय हित में काम किया है कि हमारे पास आर्थिक स्थिरता है.
ऐसे उड़ी इस्तीफे की अफवाह
इस आलोचना के बीच ऋषि सुनक समेत ऐसे और 3 नेताओं के नामों पर चर्चा भी होने लगी थी, जिनके नाम पर लग रहा था कि वे ट्रस के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री बन सकते हैं. दरअसल ऐसी चर्चाओं को तब हवा मिली जब एक सर्वे में सामने आया कि ऋषि सुनक अपनी प्रतिद्वंदी लिज ट्रस को हरा सकते हैं. You Gov के सर्वे में पाया गया कि अगर मौजूदा वक्त में चुनाव कराए जाते हैं तो 55 प्रतिशत लोग ऋषि सुनक को वोट करेंगे तो वहीं 25 प्रतिशत लोग लिज ट्रस के लिए मतदान करेंगे. 83 प्रतिशत लोग लिज ट्रस के कामगाज से निराश हैं.