कुवैत में एक इमारत में लगी भीषण आग में 49 लोगों की मौत हो गई है जिसमें 40 भारतीय भी हैं. आग बुधवार सुबह मंगाफ शहर में श्रमिकों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इमारत की रसोई से शुरू हुई. कुवैत के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री शेख फहद यूसुफ सऊद अल-सबा ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि इमारत के मालिक को जांच पूरी होने तक गिरफ्तार कर लिया गया है.
सरकारी न्यूज एजेंसी KUNA पर पोस्ट किए गए एक बयान में अल-सबा ने कहा, 'हम भीड़भाड़ में रह रहे श्रमिकों और उनकी उपेक्षा के मुद्दे को संबोधित करने के लिए काम करेंगे.'
उन्होंने आदेश दिया है कि जो भी इमारत सुरक्षा को नजरअंदाज कर बनाई गई हैं, उन्हें तुरंत ध्वस्त किया जाए. ध्वस्त करने से पहले मालिक को इसकी सूचना भी नहीं दी जाएगी.
कुवैत पुलिस के मेजर जनरल ईद रशीद हमद ने कुवैती सूचना मंत्रालय के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कई घायलों को इलाज के लिए तुरंत नजदीकी हॉस्पिटल में भेजा गया था. उन्होंने कहा कि मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है.
कुवैत की सरकारी न्यूज एजेंसी के मुताबिक, आग से प्रभावित 43 लोगों को हॉस्पिटल ले जाया गया है. अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने आग पर काबू पा लिया है और अब इसकी वजह पता लगाई जा रही है.
KUNA की एक रिपोर्ट के अनुसार, फॉरेंसिक निदेशक मेजर जनरल ईद अल-ओवैहान ने कहा, 'हम साइट पर गए और अग्निशमन बल ने आग पर काबू पा लिया है. ऐसे संकटों के लिए बनाई गई आपातकालीन टीम ने इसके कारणों की जांच शुरू कर दी है.'
इमारत में आग, खिड़कियों से निकल रहा था काला धुआं
इमारत में लगी आग के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं. वीडियो में देखा जा रहा है कि छह मंजिला इमारत में बनी छोटी खिड़कियों से काला धुआं निकल रहा है. वहीं, बिल्डिंग की निचले हिस्से से आग निकलती दिख रही है.
वहीं, एक अन्य वीडियो में बिल्डिंग की पास वाली सड़क पर अग्निशमन की गाड़ियों के सायरन बजते दिख रहे हैं.
इमारत में रह रहे थे क्षमता से ज्यादा श्रमिक
इमारत में 196 श्रमिक रह रहे थे जो कि इमारत की क्षमता से काफी ज्यादा संख्या है. कच्चे तेल के प्रमुख उत्पादक कुवैत में बड़ी संख्या में विदेशी कामगार काम करते हैं. इनमें से अधिकांश दक्षिणी और दक्षिणपूर्वी एशियाई देशों से आते हैं जिसमें भारत भी शामिल है. ये श्रमिक कुवैत में भवन निर्माण और सेवा क्षेत्र में काम करते हैं.
अग्निशमन विभाग के एक सूत्र ने बताया कि बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर आग लगी और धुआं ऊपर की मंजिलों में फैल गया जिससे दम घुटने के कारण अधिकांश श्रमिकों की मौत हुई.
घायल भारतीयों से मिले भारतीय राजदूत
कुवैत में भारत के राजदूत डॉ. आदर्श स्वाइका ने अल-अदान अस्पताल का दौरा किया, जहां घायल भारतीय श्रमिकों को भर्ती कराया गया है.
उन्होंने कई मरीजों से मुलाकात की और उन्हें दूतावास से पूरी सहायता का आश्वासन दिया.