माफिया डॉन छोटा राजन की इंडोनेशिया में गिरफ्तारी के बाद पहला वीडियो सामने आया है. आज तक के पास मौजूद वीडियो में छोटा राजन पुलिस कस्टडी में दिखाई दे रहा है. यह वीडियो उसके बाली थाना ले जाते वक्त की है. हमारे संवाददादा आतिर खान ने बाली में छोटा राजन को गिरफ्तार करने वाले इंडोनेशियाई सीआईडी के अधिकारी मेजर इनहार्ड से खास बातचीत की. इसी अधिकारी ने बाली एयरपोर्ट से राजन को गिरफ्तार किया था.
भारतीय एजेंसियों का इंतजार
इंडोनेशिया की पुलिस ने इंटरपोल की सूचना पर भले ही राजन को गिरफ्तार कर लिया हो लेकिन उससे पूछताछ को लेकर उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है और वे भारतीय एजेंसियों का इंतजार कर रहे हैं. इंडोनेशियाई पुलिस ने बस इस बात की जांच की कि उन्होंने किसी गलत आदमी को तो नहीं पकड़ा है. दूसरी ओर ऑस्ट्रेलियाई पुलिस की ओर से सूचना दी गई है और कि राजन वह 15 दिनों की छुट्टी पर इंडोनेशिया पहुंचा था.
जिम्बॉब्वे जाना चाहता है राजन
गिरफ्तारी के बाद छोटा राजन भारत आना नहीं चाहता. उसने इंडोनेशियाई पुलिस ने अनुरोध किया है कि उसे जिम्बॉब्वे भेज दिया जाए . उसने भारत आने पर जान का खतरा बताया है. राजन ने बताया है कि उसके परिवार में कोई नहीं है और वह जिम्बॉब्वे में रह रहा है ऐसे में उसे वापस वहीं भेज दिया है. मेजर रिनहर्ड चीफ सीआईडी अफसर बाली हैं. यही वो मेजर हैं जिन्होंने अंडरवर्लड डॉन छोटा राजन को रविवार की दोपहर बाली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया था. रिनहर्ड से पूछताछ में राजन ने कहा कि वह इंडिया नहीं जाना चाहता क्योंकि वहां उसे अपनी जान का खतरा है. इन्हीं मेजर रिनहर्ड से छोटा राजन ने गुजारिश की कि वो किसी तरह उसे बाली से जिम्बॉब्वे जाने में मदद कर दें.
मेजर रिनहर्ड के मुताबिक रविवार यानी 25 अक्टूबर की दोपहर उन्हें इंटरपोल के जरिए आस्ट्रेलियन फेडरल पुलिस से एक पासपोर्ट नंबर मिला था और कहा गया था कि उस शख्स को एयरपोर्ट पर ही पकड़ लिया जाए क्योंकि उसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस है. मेजर के मुताबिक पासपोर्ट नंबर तो मिल गया पर उस पर नाम दूसरा लिखा था. लेकिन फोटो वही था जो रेड कार्नर नोटिस में लगा था.
अगर इंडोनेशिया में छोट राजन का कोई क्राइम कनेक्शन नहीं निकलता तो फिर उसे भारत लाने के लिए सीबीआई को प्रत्यर्पण संधि की लंबी प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा. ऐसी सूरत में उसे सीधे भारत डिपोर्ट कर दिया जाएगा. क्योंकि वो भारतीय नागरिक है. ऐसे किसी भी केस में कोई भी देश बीस दिन से ज्यादा किसी को रोक कर नहीं रख सकता. छोटा राजन की गिरफ्तारी के बाद अगले बीस दिनों के अंदर यानी 15 नवंबर से पहले इंडोनेशिया को उसे भारत डीपोर्ट करना ही पड़ेगा.