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पेरिस आतंकी हमले के 5 आफ्टर इफेक्ट्स

फ्रांस की सटायर मैगजीन 'चार्ली एब्दो' के दफ्तर पर आतंकी हमले ने पूरी दुनिया को हिला दिया है. इस घटना ने न केवल मीडिया की आजादी को लेकर नई बहस छेड़ दी है, बल्कि अमेरिका, यूरोप समेत पूरे वेस्टर्न वर्ल्ड में सिक्योरिटी अलार्म भी बजा दिया है.

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Paris Terror Attack
Paris Terror Attack

फ्रांस की सटायर मैगजीन 'चार्ली एब्दो' के दफ्तर पर आतंकी हमले ने पूरी दुनिया को हिला दिया है. इस घटना ने न केवल मीडिया की आजादी को लेकर नई बहस छेड़ दी है, बल्कि अमेरिका, यूरोप समेत पूरे वेस्टर्न वर्ल्ड में सिक्योरिटी अलार्म भी बजा दिया है. 'चार्ली एब्दो' पर हमले के बाद फ्रांस, ब्रिटेन अमेरिका, जर्मनी समेत कई देशों पर आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है.

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1) फ्रांस में हमले के बाद जर्मनी में तनाव हो गया है, जहां पर मुस्लिम आबादी सेकेंड लारजेस्ट है. जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने भी देशवासियों से शांति की अपील की है और राइट विंग संगठनों के मार्च में लोगों से शामिल न होने की अपील की है. दूसरी ओर फ्रांस, जर्मनी समेत पूरे यूरोप में इस घटना के बाद राइट विंग पार्टियों की ओर लोगों का रुझान बढ़ा है.

2) यह हमला अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को यू-टर्न पर मजबूर कर सकता है. ओबामा ने कुछ हफ्ते पहले ही अमेरिका में अवैध आप्रवासियों को नियमित करने का ऐलान किया था. इसके अलावा उन्होंने वीजा नियमों- खासतौर पर एच1बी वीजा से जुड़े नियमों में बदलाव की बात कही थी. अमेरिका में एच1बी वीजा पाने वालों में भारतीय सबसे आगे हैं. इतना ही नहीं अमेरिका में GOP यानी रिपब्लि‍कन पार्टी अब और मजबूत होकर उभर सकती है.

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3) ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद अल कायदा को कमजोर समझने की भूल अमेरिका और उसके करीबी देशों को भारी पड़ी है. इस घटना से पहले पूरी दुनिया का ध्यान आईएसआईएस की ओर था और अल कायदा को कमतर आंका जा रहा था. लादेन के बाद संगठन की कमान संभालने वाले अयमान अल जवाहिरी को आईएसआईएस से कड़ी चुनौती मिल रही थी. ऐसे में उसके लिए वजदू बचाने का संकट पैदा हो गया था.

4) पेरिस हमले के पीछे एक्यूएपी (अरब प्रायद्वीप में अल कायदा) का नाम सामने आ रहा है. आईएसआईएस ने भी इस आतंकी हमले का समर्थन जरूर किया है, लेकिन रक्षा विशेषज्ञों को अब इसमें शक नहीं रह गया है कि कट्टरपंथ के अलावा आईएसआईएस और अल कायदा के बीच वर्चस्व की जंग भी इस हमले के पीछे बड़ा कारण है.

5) फ्रांस में हुए आतंकी हमलों से दुनिया भर में फैले आतंकी संगठनों का हौसला बढ़ेगा. टि्वटर पर चल रहे हैशटैग इसका जीता-जागता सबूत हैं. #Parisattack and #Parisisburning, lions of the Khalifa, caliphate जैसे हैश टैग चल रहे हैं और 'बोको हराम' से लेकर अल कायदा तक हर आतंकी संगठन ने मूवमेंट तेज करने के साथ अपने-अपने दुश्मनों को चेतावनी जारी कर दी.

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