नेपाल में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से आई बाढ़ और भूस्खलन के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के चलते अब तक करीब 21 लोगों की मौत हुई है, जबकि 10 लोग लापता बताए जा रहे हैं. पुलिस ने बताया कि इस दौरान करीब 10 लोग घायल हुए हैं, जबकि 50 लोगों को बचा लिया गया है.
नेपाल आपातकालीन कार्यसंचालन केंद्र के प्रमुख बेद निधि खानल ने मीडिया से बातचीत में बताया, देशभर में 200 से अधिक स्थानों की पहचान मॉनसून संबंधित आपदाओं के लिए अतिसंवेदनशील क्षेत्र के रूप में की गई है. बचाव दल राहत कार्यों और खोज का संचालन कर रहे हैं.
मृतकों में तीन सदस्य एक ही परिवार के थे. काठमांडू स्थित उनके घर की दीवार ढहने से तीनों उसकी चपेट में आ गए. वहीं तीन अन्य लोग पूर्व के खोतांग जिले में हुए एक भूस्खलन में मारे गए. राजधानी काठमांडू के भी कई हिस्से बाढ़ में डूब गए हैं. वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने को कहा है.
आईएएनएस के मुताबिक, जल विज्ञान और मौसम विज्ञान विभाग की प्रमुख अर्चना श्रेष्ठ ने बताया कि देशभर में रविवार तक भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं, प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने बाढ़ और भूस्खलनों में मारे गए लोगों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति सांत्वना जताते हुए ट्वीट किया, 'आपदा में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ मेरी गहरी संवेदना है.'