अपने दिवंगत पति जियाउर रहमान के नाम पर बने परमार्थ संगठनों के लिए कथित रूप से 10 लाख डॉलर से अधिक के दान वसूलने को लेकर आज बांग्लादेश की मुख्य विपक्षी नेता खालिदा जिया और उनका फरार पुत्र भ्रष्टाचार के आरोपी बनाए गए.
पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख 68 वर्षीय जिया भ्रष्टाचार के दो मामलों में सुनवाई का सामना करने के लिए अदालत में पेश हुईं. अदालत ने 16 फरवरी को चेतावनी दी थी कि यदि जिया पेश नहीं हुई तो उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया जाएगा. इससे पहले वह 41 बार पेश नहीं हुई थीं.
उन्हें, उनके फरार पुत्र और बीएनपी उपाध्यक्ष तारिक रहमान तथा चार अन्य उन दो परमार्थ संगठनों के सिलसिले में आरोपी बनाए गए हैं जो महज कागजों पर हैं. अदालत में काफी हंगामे के बाद उन पर आरोप तय किए गए. हंगामे के चलते न्यायाधीश बासुदेव राय कुछ देर के लिए अदालत कक्ष से उठकर चले गए.
बीएनपी समर्थक वकील नारेबाजी कर रहे थे और मांग कर रहे थे कि सुनवाई स्थगित की जाए तथा जिया को हाईकोर्ट जाने की अनुमति दी जाए. उनकी कानूनी टीम ने कहा कि जिया को इस अदालत पर विश्वास नहीं है. अतीत में सैन्य समर्थित अंतरिम सरकार के दौरान भ्रष्टाचार निरोधक आयोग ने जुलाई, 2009 में जिया, रहमान और चार अन्य के खिलाफ फर्जी न्यास बनाकर 10 लाख डॉलर गबन करने के आरोप में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था.