जॉर्डन के पूर्व क्राउन प्रिंस हमजा बिन हुसैन को घर पर ही नजरबंद कर लिया गया है. ये फैसला उनके सौतेले भाई और जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला II ने लिया है. दरअसल, प्रिंस हमजा ने किंग अब्दुल्ला II पर देश के "रूलिंग सिस्टम" को भ्रष्ट और अक्षम बनाने के आरोप लगाए थे.
इससे पहले प्रिंस हमजा को नजरबंद करने से सेना ने मना कर दिया था. जॉर्डन की सरकारी न्यूज एजेंसी पेट्रा को जनरल यूसेफ हुनेती ने बताया था कि हमजा को कुछ आंदोलनों को रोकने के लिए कहा गया था, जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा था. हालांकि, बाद में प्रिंस हमजा को नजरबंद कर लिया गया.
जॉर्डन की सरकारी न्यूज एजेंसी ने बताया था कि सुरक्षा कारणों से देश के दो बड़े सीनियर अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद प्रिंस हमजा का एक वीडियो स्टेटमेंट भी सामने आया. बीबीसी को मिले वीडियो में प्रिंस हमजा ने बताया कि शनिवार को मिलिट्री चीफ उनके पास आए और उनसे कहा कि अब उन्हें बाहर जाने, किसी से मिलने या बात करने की इजाजत नहीं है.
वीडियो में उन्होंने ये भी बताया कि उनकी सिक्योरिटी हटा दी गई है. उनका फोन और इंटरनेट बंद कर दिया गया है. वो अभी सैटेलाइन फोन से बात कर रहे हैं, जिसे भी जल्द ही बंद किया जा सकता है. बीबीसी का दावा है कि उसके पास हमजा के वकील का भी बयान है.
प्रिंस हमजा ने क्या आरोप लगाए थे?
जॉर्डन के पूर्व क्राउन प्रिंस हमजा ने किंग अब्दुल्ला II का नाम लिए बगैर कहा, "उनके व्यक्तिगत हित जैसे वित्तीय हित और भ्रष्टाचार इस देश में रहे रहे 1 करोड़ लोगों की जिंदगी और भविष्य से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं." उन्होंने ये भी कहा कि उनके ऊपर विदेशी ताकतों का समर्थक होने का आरोप लगाया जा रहा है, लेकिन ये सही नहीं है. उन्होंने कहा, "हमारे परिवार में अभी भी कुछ लोग हैं, जो देश से प्यार करते हैं. अपने लोगों की चिंता करते हैं और उन्हें ही सबसे ऊपर रखते हैं."
हमजा को हटाकर ही किंग बने थे अब्दुल्ला II
पूर्व क्राउन प्रिंस हमजा जॉर्डन के दिवंगत किंग हुसैन और क्वीन नूर के सबसे बड़े बेटे हैं. 1999 में हमजा को क्राउन प्रिंस की उपाधि दी गई थी और किंग हुसैन चाहते थे कि हमजा ही उनका उत्तराधिकारी बने. हालांकि, किंग हुसैन की मौत के वक्त प्रिंस हमजा की उम्र कम थी, इसलिए उनकी जगह अब्दुल्ला किंग बने. 2004 में किंग अब्दुल्ला II ने हमजा से क्राउन प्रिंस की उपाधि छीन ली.