पूर्व अमेरिकी रक्षा सचिव एश्टन कार्टर का सोमवार शाम हार्ट अटैक आने से निधन हो गया. 68 वर्षीय कार्टर ने ओबामा प्रशासन के अंतिम दो वर्ष 2015 से 2017 तक रक्षा सचिव के रूप में कार्य किया. उन्हें आधुनिक भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी के निर्माता भी कहा जाता है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कार्टर के परिवार ने उनके निधन का जानकारी देते हुए बताया, उन्होंने अपना पेशेवर जीवन अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और छात्रों को अंतरराष्ट्रीय मामलों के बारे में पढ़ाने के लिए समर्पित कर दिया. वह एक प्यारे पति, पिता, गुरु और मित्र थे. उनका अचानक जाना उन सभी के लिए बड़ा नुकसान है जो उन्हें जानते थे."
बता दें कि कार्टर ने अक्टूबर 2011 से दिसंबर 2013 तक लियोन पनेटा और हेगल के अधीन पेंटागन के मुख्य संचालन अधिकारी के रूप में भी अपनी सेवाएं दी थीं. भौतिकी और मध्यकालिक इतिहास में येल युनिवर्सिटी से स्नातक कार्टर रोडे के स्कालर रह चुके हैं और अप्रैल 2009 से अक्टूबर 2011 तक अधिग्रहण, प्रौद्योगिकी एवं लाजिस्टिक्स के लिए उप रक्षा मंत्री के रूप में काम कर चुके थे.
Deeply shocked to learn about the passing away of former US Defense Secretary Ash Carter.
He was great to work with and a strong supporter of our defense relationship. He was also a global strategist who was always thought provoking.— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 25, 2022
विदेश मंत्री ने शोक व्यक्त किया
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को पूर्व अमेरिकी रक्षा सचिव एश्टन कार्टर के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने कार्टर को भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों का प्रबल समर्थक बताया। जयशंकर ने ट्वीट किया, "अमेरिका के पूर्व रक्षा सचिव ऐश कार्टर के निधन के बारे में जानकर गहरा सदमा लगा। उनके साथ काम करना बहुत अच्छा था और वे हमारे रक्षा संबंधों के प्रबल समर्थक थे। वह एक वैश्विक रणनीतिकार भी थे, जो हमेशा विचारोत्तेजक थे."