जरा सोचिए कि आपको अपने शौक पूरे करने के लिए 1 लाख 80 हजार यूरोज खर्च करने को मिलें और कैसा हो अगर वो खर्चा हो राष्ट्रीय खजाने से. चौंकिये मत, फ्रांस की पूर्व जस्टिस मिनिस्टर 49 साल की राशिदा दाति पर आरोप है कि कई बार उन्होंने राष्ट्रीय कोष की संपत्ति को अपने निजी खर्चों के लिए इस्तेमाल किया है और वो भी अधिकतर बाहर खाने पीने और महंगे कपड़े खरीदने के लिए.
एक अल्पसंख्यक दल से आई राशिदा दाति फ्रांस की जस्टिस मिनिस्टर बनने वाली पहली महिला थीं. उन पर आरोप है कि जब यह अवसर उन्हें मिला तो उन्होंने जनता के टैक्स से बने राष्ट्रीय कोष को अपने शौक पूरे करने के लिए लूटना शुरू कर दिया. अब फ्रांस के पब्लिक ऑडिटर 'कोर् डे कॉम्पटेस' ने उनके उनसे जुड़े तमाम एकाउंट्स को गैर कानूनी बताया है.
यह विवाद दाति के लिए काफी शर्मनाक है क्योंकि उनसे उम्मीद की जा रही थी कि वो यूरोप के गरीब समुदायों के लिए बात करेंगी. जांच के दौरान पता चला है कि उन्होंने करीब 1 लाख 80 हजार यूरोज खर्च किए हैं. साल 2007 में जब तमाम सेलेब्रिटीज मैगजीन में वो छायी हुई थीं तब उन्होंने अपने खाने पीने और पार्टी में लगभग 2 लाख 70 हजार यूरोज खर्च किए थे. इस जांच में उनके करीबी दोस्त और पूर्व बॉस यानी पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी भी शक के दायरे में हैं.