इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री एहुद ओलमर्ट ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गाजा में हमास के साथ चल रहे युद्ध को समाप्त करने की अपील का समर्थन करेंगे. पीएम मोदी को 'महान और बेहद महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय नेता' बताते हुए ओलमर्ट ने कहा कि 'हम उनसे उम्मीद करते हैं और चाहते हैं कि वह युद्ध समाप्ति का समर्थन करें.'
ओलमर्ट ने आजतक से एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बात करते हुए यह टिप्पणी की. सोमवार को इजरायल पर हमास के हमलों का एक साल पूरा हो गया. पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर बड़ा हमला किया था, जिसके बाद से यह युद्ध चल रहा है.
7 अक्टूबर को हमास ने किया था हमला
पिछले साल 7 अक्टूबर को फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास ने दक्षिणी इजराइल पर हमला किया था, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए थे और लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायली हमलों के कारण अब तक 42,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जबकि 20 लाख से अधिक विस्थापित हुए हैं.
'समझौते में अहम भूमिका निभा सकता है भारत'
इंटरव्यू के दौरान, इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि दशकों पुराने इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे को हल करने के लिए बातचीत की खातिर 'भारत की ओर से समर्थन' की आवश्यकता है. उन्होंने कहा, 'भारत एक बेहद महत्वपूर्ण देश है. भारत का नेतृत्व हमारे साथ-साथ फिलिस्तीनियों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है. यह इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.'
'इजरायल के लिए मुश्किल वर्ष रहा'
ओलमर्ट ने स्वीकार किया कि हमास के हमलों के बाद से, यह इजरायल के लिए 'बहुत कठिन, बहुत दर्दनाक और बहुत खूनी वर्ष' रहा है. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि अब इसे खत्म करने का समय आ गया है. मुझे उम्मीद है कि इजरायल गाजा में युद्ध को रोकने का फैसला करेगा. हमने हमास की सैन्य शक्ति को तोड़ दिया है. 101 इसरायली अभी भी हमास के पास बंधक हैं और अगर उन्हें वापस लाने के लिए हमें युद्ध रोकना है तो हमें ये करना होगा.'
हिज्बुल्लाह से भी लड़ रहा इजरायल
हमास के साथ-साथ इजरायल अब लेबनान के आतंकवादी संगठन हिज्बुल्लाह से भी जंग लड़ रहा है. इजरायल ने सोमवार को हिज्बुल्लाह के 130 रॉकेट हमलों का जवाब अपने 100 लड़ाकू विमानों के साथ लेबनान में करीब 120 साइटों को निशाना बनाकर दिया. ये विमान करीब 1 घंटे तक बम बरसाते रहे.