पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने स्वदेश लौटते ही दोषसिद्धि के खिलाफ लंबित अपील को बहाल करने के लिए याचिका पर हस्ताक्षर किए. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ चार साल बाद लंदन से लौटे हैं.
नवाज शरीफ ने शनिवार को इस्लामाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर याचिकाओं पर हस्ताक्षर किए. पीएमएल-एन के एक वकील ने डॉन अखबार को बताया कि उनकी कानूनी टीम द्वारा इस्लामाबाद हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच में याचिका दायर की जाएगी. इस याचिका पर 24 अक्टूबर को सुनवाई होने की संभावना है.
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न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पूर्व पीएम की कानूनी टीम भी जमानत की मांग करते हुए एक याचिका पेश करेगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके अलावा, शरीफ को उसी दिन जवाबदेही अदालत के सामने भी पेश होना है.
पूर्व प्रधान मंत्री को एवेनफील्ड और अल-अजीजिया मामलों में दोषी ठहराया गया था और तोशाखाना वाहन मामले में घोषित अपराधी घोषित किया गया था, जो इस्लामाबाद कोर्ट के समक्ष लंबित है. वह इन मामलों में जमानत पर थे जब वह 2019 में चिकित्सा आधार पर ब्रिटेन के लिए रवाना हुए थे.
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कोर्ट ने आम चुनाव से पहले 6 जुलाई, 2018 को एवेनफील्ड अपार्टमेंट मामले में नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम नवाज शरीफ और उनके पति कैप्टन सफदर अवान को दोषी ठहराया था. इस मामले की छह सदस्यीय कमेटी द्वारा की गई थी.
हालांकि इस्लामाबाद हाई कोर्ट की खंडपीठ ने एवेनफील्ड अपार्टमेंट मामले में शरीफ को बरी कर दिया था. कोर्ट ने कहा था कि निचली अदालत ने सही फैसला नहीं किया है. कोर्ट ने कहा कि शरीफ के खिलाफ पर्याप्त सबूती की कमी है, इसके बावजूद उन्हें बरी नहीं किया गया है.