बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट और अंतरिम सरकार के गठन के बाद से उनकी पार्टी अवामी लीग के नेताओं की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. अब रविवार को एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि बांग्लादेश की अपदस्थ पीएम शेख हसीना की पार्टी के छात्र विंग के एक नेता की भारत भागने की कोशिश के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई.
द ढाका ट्रिब्यून अखबार ने बताया कि छात्र लीग के पूर्व महासचिव इशाक अली खान पन्ना का शनिवार सुबह निधन हो गया. रिपोर्ट के मुताबिक, पन्ना के भतीजे लाइकुज्जमां तालुकदार मिंटू, चिरपारा पार सटोरिया यूनियन परिषद और कौखाली उपजिला अवामी लीग के आयोजन सचिव ने कहा कि उनके चाचा मेघालय के शिलांग में एक पहाड़ी से फिसल गए, जिससे उन्हें दिल का दौरा पड़ा.
3 दिन पहले पहले पन्ना से की फोन पर बात
एक अन्य रिश्तेदार जसीम उद्दीन खान ने कहा कि उन्होंने तीन दिन पहले पन्ना से फोन पर बात की थी. खान ने कहा कि उन्हें पता चला कि पन्ना सिलहट में तमाबिल सीमा के माध्यम से भारत में एंट्री कर गया था, जहां उसकी मौत हो गई.
अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भागने की कोशिश के दौरान पन्ना के साथ अवामी लीग की केंद्रीय समिति के एक नेता और झलकथी छात्र लीग के एक नेता भी थे.
अखबार में कहा गया है कि पन्ना को 1994 की केंद्रीय परिषद में छात्र लीग का महासचिव चुना गया था और 2012 की परिषद के बाद वह अवामी लीग की केंद्रीय उप-समिति का सदस्य बन गया.
आपको बता दें कि नौकरियों में विवादास्पद कोटा प्रणाली को लेकर 5 अगस्त को प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद देशभर में कानून-व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त हो गई थी. कई पुलिस स्टेशनों पर हमला किया गया और आग लगा दी गई, जिसके कारण अधिकारियों ने अपनी सुरक्षा के डर से कामकाज बंद कर दिया.वहीं, हिंसा और उथल-पुथल के बीच शेख हसीना बांग्लादेश छोड़कर भारत चली गईं. अभी भी शेख हसीना की स्थिति अनिश्चित बनी हुई है क्योंकि वह ब्रिटेन या किसी अन्य यूरोपीय देश में शरण मांग रही हैं, लेकिन अभी तक किसी भी देश ने उसे मंजूरी नहीं दी है.