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IS के ठिकानों पर रूस-फ्रांस के लड़ाकू विमानों ने जमकर बरसाए बम, जर्मनी ने किया इनकार

पेरिस में भयावह आतंकी हमलों के बाद आईएस के खिलाफ शुरू की गई जवाबी कार्रवाई के तहत फ्रांस के युद्धक विमानों ने इस्लामिक स्टेट के ठिकानों को निशाना बनाकर बम बरसाए.

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पेरिस में भयावह आतंकी हमलों के बाद आईएस के खिलाफ शुरू की गई जवाबी कार्रवाई के तहत फ्रांस के युद्धक विमानों ने इस्लामिक स्टेट के ठिकानों को निशाना बनाकर बम बरसाए. दूसरी तरफ रूस ने सीरिया में हवाई हमलों को तेज करने का संकल्प लिया है. आईएस को तबाह करने और सीरिया को गृहयुद्ध की आग से बाहर निकालने के लिए अंतरराष्ट्रीय अभियान तेज होता दिख रहा है. हालांकि जर्मनी ने इस अभियान में शामिल होने से इनकार कर दिया है.

अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने पेरिस में शोक प्रकट करते हुए कहा कि सीरिया में बड़े बदलाव में अब सिर्फ कुछ हफ्ते रह गए हैं. उन्होंने पेरिस आतंकी हमलों की पृष्ठभूमि में फ्रांस के साथ एकजुटता प्रकट की.

केरी ने कहा कि ईरान, रूस, और सउदी अरब जैसे गहरे मतभेद रखने वाले देशों के बीच वियना में शनिवार की बातचीत के बाद सीरिया को लेकर हुआ समझौता एक ‘व्यापक कदम’ है और उन्होंने इसमें तेज प्रगति की उम्मीद जताई.

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उन्होंने कहा, ‘हम सीरिया के लिए बड़े बदलाव से अब कुछ हफ्ते दूर रह गए हैं.’ सीरिया के संदर्भ में यह तेज प्रगति उस वक्त हुई, जब फ्रांस के राष्ट्रपति फांस्वा ओलांद ने आईएस का उसकी ‘हिंसक गतिविधियों’ को लेकर निर्दयता से पीछा करने का संकल्प लिया . अमेरिकी विदेश मंत्री केरी ने कहा, ‘यह सभ्यताओं का टकराव नहीं है. इन आतंकवादियों ने सभी सभ्यताओं के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है.’ ओलांद अगले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात के लिए वाशिंगटन का दौरा करेंगे और आने वाले दिनों में वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ भी मुलाकात की योजना बना रहे हैं.

केरी ने कहा, ‘मेरा यह मानना है कि हर कोई समझता है कि हमें उनके (आईएस) उस ठिकाने पर वार करने के प्रयास तेज करने होंगे जहां से वह इन चीजों की योजना बना रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हमने और सूचना साझा करने पर सहमति जताई है और मुझे भरोसा है कि अगले कुछ सप्ताह में आईएस और दबाव महसूस करेगा.’ फ्रांसिसी पुलिस ने देश भर में आज छापेमारी की जबकि फ्रांस के युद्धक विमानों ने सीरिया में आईएस ठिकानों पर हवाई हमले किए . फ्रांस और बेल्जियम के अधिकारियों ने अन्य बंदूकधारियों और पेरिस के हमलावरों के संभावित सहयोगियों की तलाश तेज कर दी है.

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फ्रांस के युद्धक विमानों ने उत्तरी सीरिया में इस्लामिक स्टेट के गढ़ रक्का में रात में फिर से हमले किए और एक कमान सेंटर तथा प्रशिक्षण केंद्र को नष्ट कर दिया. रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में आतंकवादी समूह के लिए उसके अरब नाम का इस्तेमाल करते हुए कहा, ‘फ्रांसिसी सेना ने 24 घंटों में दूसरी बार सीरिया के रक्का में दाएश के खिलाफ हवाई हमले किए.’ राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने पेरिस में शुक्रवार को हुए हमलों के बाद कहा था, ‘दाएश को तबाह करने की जरूरत समूचे विश्व समुदाय का मामला है.’ रूस ने आज रक्का में कई हवाई हमले किए. उधर, ओलांद और उनके ईरानी समकक्ष हसन रूहानी ने सीरिया में युद्ध को लेकर फोन पर चर्चा की. पेरिस में प्रमुख मस्जिद की ओर से जारी बयान में आज मुसलमानों से अपील की गई कि वे शुक्रवार को मस्जिद के समक्ष एकत्र होकर आतंकवाद विरोधी प्रदर्शन में शामिल हों. बयान में कहा गया है कि सभी मुस्लिम नागरिक और उनके दोस्त दिन में दो बजे एकत्र होकर आतंकवाद के खिलाफ आवाज बुलंद करें और पेरिस के साथ अपने गहरे जुड़ाव की बात भी रखें.

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