फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने सोमवार को वादा किया कि समृद्ध व्यक्तियों के अपतटीय लेन-देन का खुलासा करने वाले दस्तावेजों के बड़े पैमाने पर लीक होने की घटना पर फ्रांस में कानूनी कार्यवाही होगी.
ओलांद ने कहा, 'खुलासा हुई सारी सूचनाओं की कर अधिकारियों द्वारा जांच की जाएगी और उस पर कानूनी कार्यवाही होगी.' उन्होंने तथाकथित पनामा पेपर लीक्स को सामने लाने के लिए व्हिसलब्लोअर्स को धन्यवाद दिया.
भारत में भी जांच के आदेश
गौरतलब है कि पनामा पेपर्स लीक में टैक्स बचाने के लिए दूसरे देशों में पैसा छिपाने के मामले में भारत समेत दुनियाभर की कई सेलेब्रिटीज और दिग्गज नेताओं का नाम सामने आया है. भारतीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस खुलासे का स्वागत किया है. साथ ही उन्होंने बताया कि मल्टी एजेंसी ग्रुप मामले की जांच करेगी. जेटली ने सोमवार को विदेशों में कालाधन छिपाने वालों को चेतावनी भी दी.
जेटली ने कहा, 'हम ऐसे खुलासों का स्वागत करते हैं. प्रधानमंत्री ने मामले में जांच की बात कही है. मल्टी एजेंसी ग्रुप मामले को देखेगी. पनामा पेपर्स लीक में भारतीयों के खाते की खबर है. मल्टी एजेंसी ग्रुप में CBDT, FIU, RBI, FT और TR डिविजन शामिल होंगे.' वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ऐसे मामलों में हर संभव कार्रवाई का भरोसा देना चाहती है.