पेरिस में आतंकी हमले के 48 घंटे बाद ही सही फ्रांस ने आतंकी संगठन ISIS को करारा जवाब दिया है. फ्रांस की सेना ने 10 फाइटर प्लेन से सीरिया के रक्का में ISIS के आतंकी अड्डों पर जबरदस्त बमबारी की है. अमेरिकी सेना की मदद से की गई इस कार्रवाई में ISIS के कमांड पोस्ट और ट्रेनिंग कैंप को ध्वस्त किए जाने की खबर है.
शुक्रवार को पेरिस में हुए आतंकी हमलों के बाद फ्रांस की ओर से यह पहली बड़ी कार्रवाई है. बर्बर आतंकी संगठन रक्का को अपनी कथित राजधानी बताता है. फ्रांस के रक्षा मंत्री के मीडिया एडवाइजर के मुताबिक, फाइटर प्लेन ने जिन ठिकानों पर बमबारी की उनमें एक कमांड सेंटर, एक रिक्रूमेंट सेंटर, आयुध भंडार और ट्रेनिंग कैंप शामिल है. इस हमले के लिए फाइटर प्लेन ने यूएई और जॉर्डन से उड़ान भरी थी.
अधिकारी ने बताया कि इस कार्रवाई में 20 बम गिराए गए और सभी चिन्हित केंद्रों को नष्ट कर दिया गया है. दूसरी ओर, ISIS के मीडिया विंग का कहना है कि हवाई हमले से पहले ही उसने सभी केंद्रों को खाली कर दिया था, लिहाजा उसे किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है.
पांच संदिग्ध गिरफ्तार, रॉकेट लॉन्चर सीज
फ्रांस के प्रधानमंत्री ने अपने बयान में बताया है कि आतंकियों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने बीती रात करीब 150 जगहों पर छापेमारी की. इस दौरान 5 संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने छापेमारी के दौरान एक रॉकेट लॉन्चर भी बरामद किया और उसे सीज कर दिया.
7 गिरफ्तार, 8वें संदिग्ध की तस्वीर जारी
पेरिस हमले में अब तक बेल्जियम से 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बेल्जियम पुलिस ने खुलासा किया है कि पेरिस हमले में तीन भाई शामिल थे. इनमें एक की पेरिस हमले में मौत हो गई, जबकि दूसरे को गिरफ्तार कर लिया गया. तीसरे के बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है.
संदिग्ध कार से AK-47 बरामद
पेरिस पुलिस के मुताबिक, आतंकी हमले में 7 आतंकी शामिल थे, जिसमें 6 आतंकियों ने खुद को उड़ाया जबकि एक आतंकी को पुलिस ने मार गिराया. पेरिस में सुरक्षा बलों ने यह भी दावा किया है कि दो हमलावार फ्रांस के नागरिक थे जो बेल्जियम में रह रहे थे. इनकी उम्र 20 साल और 31 साल की थी. पेरिस में पुलिस को एक संदिग्ध कार भी मिली है, जिसमें 3 एके-47 राइफल के साथ 5 मैगजिन बरामद हुई है. पुलिस को कार से 11 खाली मैगजीन भी मिले हैं. कहा जा रहा कि इस कार का इस्तेमाल हमले के दौरान आतंकियों ने किया है.