
इंडोनेशिया के बाली में जी-20 सम्मेलन ऐसे समय में शुरू हो रहा है जब रूस को लेकर दुनिया के देशों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है. ये नाराजगी इतनी है कि दुनिया के कद्दावर नेता अपने साथ फोटो फ्रेम में रूस के नेताओं को देखना नहीं चाहते हैं. यही वजह है कि बाली में दुनिया के नेताओं का ग्रुप फोटो कैंसिल कर दिया गया है. यही नहीं जी-20 सम्मेलन के बाद जारी होने वाले साझा बयान पर भी संशय है. दुनिया के कई नेताओं की ओर से ग्रुप फोटो को लेकर जताई गई आपत्ति के बाद ये फैसला लिया गया है.
इंडोनेशिया के खूबसूरत शहर बाली में 15 नवंबर से जी-20 सम्मेलन शुरू हो रहा है. इस सम्मलेन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रां, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल हो रहे हैं. इसके अलावा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस सम्मेलन में शामिल होने जा रहे हैं.
सम्मेलन में नहीं शामिल हो रहे हैं पुतिन
रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने पहले ही इस सम्मेलन में जाने से मना कर दिया है. इसके अलावा वे इस सम्मेलन को ऑनलाइन भी संबोधित नहीं करेंगे. रूस की ओर से इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए विदेश मंत्री सर्गेई लवारोव बाली पहुंच रहे हैं.
रूसी नेतृत्व के साथ तस्वीरें खिंचवाने को तैयार नहीं
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार विश्व भर के नेताओं ने यूक्रेन-रूस वार के मद्देनजर रूसी नेतृत्व के साथ फोटो खिंचवाने से इनकार कर दिया है. दुनिया भर के शीर्ष शिखर सम्मेलनों में नेताओं का साथ फोटो खिंचवाना और एकजुटता का संदेश देना परंपरा रही है. लेकिन रूस-यूक्रेन के साये में हो रहे इस जी-20 सम्मेलन में ऐसा नहीं होगा. खबर है कि दुनिया के नेता रूसी नेताओं के साथ फोटो खिंचवाने के लिए तैयार नहीं हैं.
यहीं नहीं जैसा कि हर बड़े सम्मेलन के बाद साझा बयान जारी कर सम्मेलन में लिए गए फैसलों की जानकारी दुनिया को दी जाती है. इस बार यूक्रेन युद्ध से दुनिया में पैदा हुए गहरे विभाजन के बाद बाली में संयुक्त बयान जारी होने पर भी संशय है.
ऋषि सुनक खरी-खरी सुनाने को तैयार
लंदन से बाली रवाना होने से पूर्व ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि वे इस सम्मेलन में पुतिन की सरकार को जिम्मेदार ठहराने जा रहे हैं. ऋषि सुनक ने कहा है कि पुतिन के युद्ध ने दुनिया भर में तबाही मचाई है, जिंदगियां नष्ट कर दी हैं और अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को उथल-पुथल में डाल दिया है.
सुनक ने कहा कि यह G20 शिखर सम्मेलन हमेशा की तरह औपचारिक नहीं होगा. हम पुतिन के शासन की पोल खोलेंगे और G20 जैसे संप्रभु मंचों के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सम्मान के लिए उनकी अवमानना का पूरा खुलासा करेंगे.