फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भारत द्वारा जी 20 की अध्यक्षता संभालने का भरोसा जताते हुए कहा कि उन्हें भरोसा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक शांतिपूर्ण और स्थायी दुनिया बनाने के लिए सभी देशों को एकसाथ लाएंगे. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी पीएम मोदी को अपना दोस्त बताया था.
यूएस राष्ट्रपति बाइडेन ने शुक्रवार को भारत को अमेरिका का एक मजबूत सहयोगी बताया और कहा कि भारत की जी20 की अध्यक्षता के दौरान अपने दोस्त प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन करने के लिए उत्सुक हूं. भारत ने बीते एक दिसंबर को औपचारिक रूप से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण की है.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जी20 की अध्यक्षता की थीम "वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर" का समर्थन किया, जिसे भारत ने इस ग्रुप की अध्यक्षता के दौरान काम करने के लिए चुना है. मैक्रों ने पीएम मोदी के ट्वीट पर कहा कि भारत ने जी20 की अध्यक्षता संभाली है. मैं अपने दोस्त नरेंद्र मोदी पर भरोसा करता हूं कि वह शांतिपूर्ण और स्थायी दुनिया बनाने के लिए सभी देशों को एकसाथ लेकर आएंगे.
'जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद जैसी समस्याओं से मिलकर लड़ना होगा'
बीते गुरुवार यानी एक दिसंबर को पीएम मोदी ने कहा था कि जी20 की अध्यक्षता 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' की थीम से प्रेरित होकर एकता को और बढ़ावा देने के लिए काम करेगी. हम जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और महामारी जैसी जिन सबसे बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उनका समाधान आपस में लड़कर नहीं, बल्कि मिलकर निकाला जा सकता है.
बाइडेन ने मोदी को बताया था दोस्त
यूएस राष्ट्रपति बाइडेन ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, "भारत अमेरिका का एक मजबूत साझेदार है और मैं भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान अपने मित्र प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन करने के लिए उत्सुक हूं." इसके साथ ही बाइडेन ने कहा कि दोनों देश जलवायु, ऊर्जा और खाद्य संकट जैसी साझा चुनौतियों से निपटते हुए सतत और समावेशी विकास को आगे बढ़ाएंगे.
क्या है G20 ग्रुप?
जी20 ग्रुप दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है. इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं. इस ग्रुप में शामिल देशों की जीडीपी, दुनिया की 80 फीसदी, इंटरनेशनल व्यापार 80 फीसदी और जनसंख्या दो तिहाई है.