जी-7 समिट में अमेजन के जंगल में लगी आग से प्रभावित देशों को मदद पहुंचाने की बात पर सहमति बन गई है. इस बात की जानकारी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने दी. उन्होंने कहा कि आग से प्रभावित देशों की जितनी जल्दी हो सके मदद की जाएगी. जी-7 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक रूप से रविवार को शुरू होने के साथ सभी नेताओं ने राउंड टेबल पर चर्चा की.
फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा, जलवायु और जैव विविधता जी 7 का दिल है. अमेजन में जलाए जा रहे जंगल और समुद्र हमें पुकार रहे हैं. हमें उन्हें ठोस जवाब देना होगा. इन विषयों पर खाली बातचीत का वक्त नहीं है, बल्कि कुछ ठोस काम करना होगा.
बता दें कि समुद्र किनारे बसे प्राचीन शहर बियारिट्ज में जी 7 सम्मेलन में शामिल नेताओं ने अमेजन के जंगलों में लगी आग, ब्रेक्सिट के डेडलॉक को खत्म करने और व्यापार तनाव में कमी लाने जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया. जी 7 में फ्रांस, जर्मनी, यूके, इटली, अमेरिका, कनाडा और जापान शामिल है.
जी-7 शिखर सम्मेलन की बैठक में सामने आया कि फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों को ईरान से परमाणु समझौते को लेकर बातचीत का नेतृत्व करने का कार्य सौंपा गया है. फ्रांस, इटली, जर्मनी, ब्रिटेन,अमेरिका, कनाडा, जापान और यूरोपीय संघ (ईयू) के प्रमुखों ने शिखर सम्मेलन की शुरुआत के बाद मैक्रों को बातचीत आयोजित करने और ईरान को संदेश देने का काम सौंपा गया है.