scorecardresearch
 

दिल्ली गैंगरेप: घटना की पूरी दुनिया में आलोचना

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने दिल्ली बलात्कार पीड़िता की मौत पर गुहरे दुख का इजहार करते हुए भारत सरकार से मांग की है कि इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए सुधारों को लागू किया जाए तथा गुनाहगारों को न्याय के जद में लाया जाए. मून ने इस वीभत्स घटना की कड़ी निंदा की और गहरे दुख का इजहार किया. उन्होंने पीड़ित के माता-पिता, परिवार और मित्रों के प्रति गहरी संवदेना प्रकट की है.

Advertisement
X

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने दिल्ली बलात्कार पीड़िता की मौत पर गुहरे दुख का इजहार करते हुए भारत सरकार से मांग की है कि इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए सुधारों को लागू किया जाए तथा गुनाहगारों को न्याय के जद में लाया जाए. मून ने इस वीभत्स घटना की कड़ी निंदा की और गहरे दुख का इजहार किया. उन्होंने पीड़ित के माता-पिता, परिवार और मित्रों के प्रति गहरी संवदेना प्रकट की है.

Advertisement

संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘बान की मून ने भारत सरकार की ओर से इस मामले में की गई तत्काल कार्रवाई का स्वागत किया है. उन्होंने इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए सुधारों और गुनाहगारों को न्याय के जद में लाने के लिए आगे कदम उठाने का भी आह्वान किया है.

पीड़ित को सिंगापुर शिफ्ट करने के फैसले पर मलाला ने उठाए सवाल

दिल्ली में गैंग रेप का शिकार हुई पीड़ित लड़की को सिंगापुर शिफ्ट करने के सरकार के फैसले पर पाकिस्तान की बहादुर लड़की मलाला यूसुफजाई ने भारत सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. मलाला ने भारत सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए उसकी तुलना रेपिस्टों से की है.

तालिबानियों से लोहा लेने वाली पाकिस्तान की इस बहादुरी स्कूली लड़की ने ट्विटर पर लिखा है गैंग रेप की पीड़िता को सिंगापुर शिफ्ट किए जाने की कड़ी आलोचना की है. 15 वर्षीय मलाला ने ट्विटर पर लिखा, 'रेपिस्टों ने लड़की को सड़क पर फेंक दिया और भारत सरकार ने उसे सिंगापुर में.'

Advertisement
आस्ट्रेलिया में दिल्ली बलात्कार पीड़िता को भावभीनी श्रद्धांजलि

आस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के लोगों ने दिल्ली सामूहिक बलात्कार की पीड़िता को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और गुनाहगारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. यहां भारतीय वाणिज्य दूतावास के समक्ष बड़ी संख्या में भारतीय मूल के पुरुष एवं महिला एकत्र हुए. उन्होंने इस वीभत्स घटना के प्रति अपने गुस्से का इजहार करते हुए मोमबत्तियां जलाईं. भारतीय समुदाय के लोगों ने लड़की को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा.लंदन में भी मोमबत्ती जुलूस निकाला गया

ब्रिटेन की राजधानी लंदन के मध्य हिस्से में 50 प्रवासी भारतीयों के एक समूह ने 23 वर्षीय लड़की के साथ कथित रूप से सामूहिक बलात्कार में शामिल छह लोगों को कड़ी सजा दिलाने की मांग को लेकर आज मोमबत्ती जुलूस निकाला. प्रदर्शन में शामिल प्रवासी भारतीयों में शिक्षक और गृहणियां शामिल थीं. ये सभी लोग टेवीस्टाक स्क्वायर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास एकत्रित हुए. इन लोगों ने तख्तियां ले रखीं थी जिन पर भारत में बलात्कार के मामलों पर रोक लगाने संबंधी नारे लिखे थे.अमेरिका में भारतीय-अमेरिकियों ने निकाला कैंडिल मार्च

अमेरिका में कड़ाके की सर्द के बीच भारतीय मूल के लोगों ने दिल्ली में सामूहिक बलात्कार की पीड़िता को श्रद्धांजलि देते हुए कैंडिल मार्च निकाला. इसमें बड़ी संख्या में भारतीय अमेरिकी शामिल हुए. कैंडिल मार्च आयोजित करने वालने भारतीय-अमेरिकियों के समूह ने कहा, ‘‘दिल्ली बस वारदात हमारे लिए ‘रोजा पार्क्‍स घटना’ है.
उल्लेखनीय है कि साल 1955 में अमेरिका में अश्वेत महिला रोजा पार्क्‍स से एक श्वेत महिला की सीट छोड़ने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया और रंगभेद के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी. अमेरिकी बस की घटना को रंगभेद विरोधी आंदोलन की एक अहम कड़ी माना जाता है.

उधर, अमेरिका के मुख्य अखबार इस घटना को प्रमुखता से प्रकाशित कर रहे हैं. प्रतिष्ठित अखबार ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ में पत्रकार जेमिला बे ने लिखा है, ‘इस घटना ने भारतीय समाज और दुनिया के कई हिस्से की महिलाओं को सकते में डाल दिया है. भारत में लड़ाई सड़कों पर पहुंच गई. परंतु यह लड़ाई मतदान केंद्रों पर भी जारी रहनी चाहिए.’

Advertisement

‘न्यूयार्क टाइम्स’ ने भारत को महिलाओं को लेकर अपनी संस्कृति में बदलाव करने की सलाह देते हुए कहा है, ‘भारत एक उभरती अर्थव्यवस्था और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. अगर उसकी आधी आबादी इस तरह से डर में जिएगी तो वह कभी भी अपनी क्षमता के मुताबिक तरक्की नहीं कर सकता.’

मौत की सजा समाप्त किए जाने खिलाफ उदाहरण है पीड़िता की मौत: सिंगापुर

सिंगापुर ने दिल्ली में 23 साल की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना को ‘‘मर्मभेदी मामला’’ बताते हुए कहा कि देश में मौत की सजा समाप्त किए जाने की मांग को खारिज करने के लिए इसे उदाहरण के रूप में पेश किया जाएगा.

सिंगापुर के कानून एवं विदेश मंत्री के षडमुगम ने अपने फेसबुक पोस्ट पर कहा कि सामूहिक बलात्कार की यह घटना और यहां पीड़िता की मौत से लोग व्यथित हैं. उन्होंने दिल्ली की इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वह मौत की सजा समाप्त किए जाने की मांग करने वाले लोगों के सामने ऐसे मामलों को उदाहरण के रूप में पेश करेंगे.

Advertisement
Advertisement