गाजा पट्टी में इजरायल की ओर से जारी हवाई हमले में मरने वालों की संख्या 800 पहुंच गई है. यहां हिंसा समाप्ति के लिए संघर्ष विराम समझौता होने के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को गाजा पट्टी के दक्षिणी इलाके खान युनिस के तीन घरों पर मिसाइल गिरे, जिसमें एक नवजात शिशु सहित 10 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई. घटना में 15 लोग घायल भी हुए हैं.
संयुक्त राष्ट्र के रिलिफ एंड वर्क एजेंसी फार फिलिस्तीन रिफ्यूजी (यूएनआरडब्ल्यूए) की ओर से गाजा पट्टी के बेत हैनाउन शहर में संचालित स्कूल पर गुरुवार को इजरायल के टैंक ने गोलाबारी की जिससे यहां शरण लिए हुए 16 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
बेत हैनाउन के मेयर का कहना है कि इस स्कूल में 1,200 विस्थापितों ने शरण ली है.
इन हमलों के बाद गाजा में हमास प्रवक्ता ने कहा कि यूएनआरड्ब्ल्यूए स्कूल पर हमला एक बड़ा अपराध है और यह इजरायल के फासीवादी चेहरे को उजागर करता है.
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की मून ने भी इस हमले की भर्त्सना की है. इस हमले से कुछ घंटे पहले संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने चेतावनी दी थी कि फिलिस्तीनी क्षेत्र में इजारायल की कार्रवाई को युद्ध अपराध माना जा सकता है.
मून ने कहा, ‘यह हमला इस जरूरत को रेखांकित करता है कि हत्याएं अब रुकनी चाहिए.’ गाजा के दक्षिणी इलाके के कस्बे डेर अल बालाह में इजरायल के हवाई हमले में दो महिलाओं की मौत हो गई. कल रात 42 लोग मारे गए. अब तक कुल 804 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं.
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार फिलहाल संयुक्त राष्ट्र के स्कूलों में 118,000 से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं और लोग भोजन की मांग कर रहे हैं.
अब तक संघर्ष में 32 इजरायली सैनिक और तीन नागरिक मारे गए हैं.