scorecardresearch
 

'इस्लाम कुछ अच्छा नहीं...', वायरल हो रहा है जर्मनी के क्रिसमस मार्केट में हमलावर का पुराना इंटरव्यू

जर्मन शहर मैगडेबर्ग में एक क्रिसमस बाजार में सैकड़ों लोगों पर सऊदी अरब के एक डॉक्टर ने कार चढ़ा दी, जिससे पांच लोगों की मौत हो गई और 200 घायल हो गए. संदिग्ध इस्लामोफोबिक विचारों वाला आदमी है. उसका सोशल मीडिया इसके प्रमाण हैं. वह जर्मनी में दो दशकों से रह रहा था और नशा पुनर्वास केंद्र में साइकेट्रिस्ट के रूप में काम कर चुका है.

Advertisement
X
जर्मनी क्रिसम मार्केट के हमलावर की पहचान (Photo: X)
जर्मनी क्रिसम मार्केट के हमलावर की पहचान (Photo: X)

जर्मनी के शहर मैगडेबर्ग में क्रिसमस बाजार में बीते दिन एक कार ने सैकड़ों लोगों को कुचल दिया था. इस मामले में सऊदी अरब के रहने वाले संदिग्ध ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया. जर्मन अथॉरिटी पहले तो इसे संदिग्ध हमला मान रही थी, लेकिन बाद में पता चला कि हमलावर एक इस्लामोफोबिक है, यानि की वह इस्लाम के विरोधियों में शामिल है.

Advertisement

गौरतलब है कि हमलावर पेशे से एक डॉक्टर है, जिसका क्रिसमस मार्केट में लोगों को कुचलते वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया. वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह वह लोगों को कुचलता हुआ भीड़ से निकल गया. इस हादसे में बताया जा रहा है कि अब तक पांच लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, और कमोबेश 200 लोग घायल हुए हैं.

यह भी पढ़ें: जर्मनी में सऊदी के डॉक्टर ने भीड़ पर चढ़ा दी कार

सऊदी से जर्मनी शिफ्ट हो गया था हमलावर

संदिग्ध हमलावर 50 वर्षीय सऊदी अरब का नागरिक है, जो जर्मनी में परमानेंट रेजिडेंशियल स्टेटस के साथ रह रहा है. मतलब कि वह यहां जर्मन सरकार के अप्रूवल के बाद यहां लगभग दो दशकों से रह रहा है. संदिग्ध के नाम का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन सोशल मीडिया पर उसके हैंडल्स उसके एंटी-इस्लाम होने गवाही दे रहे हैं. जर्मन मीडिया में उसे तालेब ए कहकर बुलाया जा रहा है.

Advertisement

शुरुआती जांच से पता चला कि मार्च 2020 से वह नशे की लत वाले अपराधियों के लिए काम करने वाले स्पशलिस्ट रिहेबिलियेशन सेंटर में साइकेट्रिस्ट के रूप में काम कर रहा था. हालांकि, अक्टूबर 2024 से वह छुट्टियों और बीमारी की वजह से सेंटर नहीं जा रहा था. वह मैगडेबर्ग के दक्षिण में 30,000 की आबादी वाले शहर बर्नबर्ग के केंद्र के पास एक तीन मंजिला अपार्टमेंट ब्लॉक में रहता था.

यह भी पढ़ें: जर्मनी में क्रिसमस मार्केट में हमले की भारत ने की निंदा, दो की मौत, सात भारतीय नागरिक भी घायल

हमलावर का संभावित मकसद

जर्मन अथॉरिटी ने शुरू में कहा था कि शख्स कोई इस्लामिस्ट नहीं है. आंतरिक मंत्री नैन्सी फेसर ने हमलावर के मकसद पर कुछ भी कहने से इनकार किया, या इस बारे में भी कुछ भी कहने से इनकार किया कि उसका कोई राजनीतिक कनेक्शन है, लेकिन कहा कि उसका इस्लामोफोबिया (इस्लाम के विरोधी के तौर पर) साफ जाहिर होता है.

"इस्लाम में कुछ अच्छा नहीं है" इंटरव्यू में बोला हमलावर

तालिब ए का 2019 का एक इंटरव्यू भी सामने आया है, जिसमें देखा गया कि वह अपने आपको एक एक्टिविस्ट बता रहा था, जो जर्मनी में सऊदी अरब से भागने वाले लोगों की मदद करता है. मसलन, शख्स उन लोगों को सपोर्ट करता है जिन्होंने यूरोप भागने के लिए इस्लाम से मुंह मोड़ लिया.

Advertisement

जुलाई 2019 में बीबीसी की एक डॉक्यूमेंट्री में, शख्स नास्तिक बनने और जर्मनी में शरण का दावा करने के बाद wearesaudis.net प्लेटफॉर्म की स्थापना के बारे में बात करता है. इन इंटरव्यूज में वह इस्लाम का घोर आलोचक है. उसने जर्मनी में एक इंटरव्यू में कहा था कि "इस्लाम में कुछ अच्छा नहीं है."

Live TV

Advertisement
Advertisement