जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल को रविवार को देश के आम चुनाव के तहत हुए मतदान में जीत हासिल हुई. उन्होंने चौथी बार अपना कार्यकाल पक्का कर लिया. वहीं, दक्षिणपंथी पार्टी अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (एएफडी) को भी संसद में प्रवेश मिल गया.
एक्जिट पोल के अनुसार मर्केल ने अपने कंजरवेटिव (सीडीयू /सीएसयू) गठजोड़ के साथ करीब 33 प्रतिशत मत हासिल किया. उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी सोशल डेमोक्रेट्स और उसके उम्मीदवार मार्टिन शूल्ज दूसरे नम्बर पर रहे और 20-21 प्रतिशत वोट हासिल किया. हालांकि, इस्लाम विरोधी एएफडी पार्टी ने करीब 13 प्रतिशत वोट हासिल किया और वह जर्मनी की तीसरी सबसे मजबूत पार्टी के रूप में उभरी.
चुनाव प्रचार के दौरान खलल
एएफडी प्रदर्शनकारियों द्वारा मर्केल के चुनाव प्रचार के दौरान बार-बार खलल डालने की घटना देखी गई थी. मर्केल ने म्यूनिख में प्रचार के आखिरी समय में कहा था कि जर्मनी का भविष्य शोर शराबे से निश्चिचत तौर पर नहीं बनेगा.
बता दें कि द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद से पहली बार बूनदशताग में नाजियों के प्रवेश से सतर्क नेताओं ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिनों में मतदाताओं से अनुरोध किया था कि वे दक्षिणपंथी एएफडी को खारिज कर दें. यूरोपीय संसद के पूर्व प्रमुख स्कल्ज ने शुक्रवार एक रेली में कहा, 'जर्मनी के लिए यह विकल्प कोई विकल्प नहीं है. वे हमारे राष्ट्र के लिए शर्म का विषय हैं.'