भौतिकशास्त्री स्टीफन हॉकिंग ने आगाह किया है कि महज दो साल पहले वैज्ञानिकों ने जिस मायावी कण गॉड पार्टिकल की खोज की थी उसमें समूचे ब्रह्मांड को तबाह-बरबाद करने की क्षमता है.
express.co.uk की एक रिपोर्ट के अनुसार हॉकिंग ने एक नई किताब स्टारमस की भूमिका में लिखा कि अत्यंत उच्च ऊर्जा स्तर पर हिग्स बोसोन अस्थिर हो सकता है. इससे प्रलयकारी निर्वात क्षय (catastrophic vacuum decay) की शुरुआत हो सकती है जिससे ब्रह्मांड और काल ढह जा सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि इस ब्रह्मांड में हर जो चीज अस्तित्व में है हिग्स बोसोन उसे रूप और आकार देता है. हॉकिंग ने बताया, ‘हिग्स क्षमता की यह चिंताजनक विशिष्टता है कि यह 100 अरब गीगा इलेक्ट्रॉन वोल्ट पर अत्यंत स्थिर हो सकती है.’
वह कहते हैं, ‘इसका यह अर्थ हो सकता है कि वास्तविक वैक्यूम का एक बुलबुला प्रकाश की गति से फैलेगा जिससे ब्रह्मांड प्रलयकारी निर्वात क्षय से गुजरेगा.’ हॉकिंग ने आगाह किया कि यह कभी भी हो सकता है और हम उसे आते हुए नहीं देखेंगे.
बहरहाल, उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रलय के निकट भविष्य में होने की उम्मीद नहीं है. लेकिन उच्च ऊर्जा में हिग्स के अस्थिर होने के खतरे इतने ज्यादा हैं कि उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.