खबरें आ रही हैं कि रूस अब यूक्रेन के मौजूदा राष्ट्रपति जेलेंस्की को सत्ता से हटाने की तैयारी कर रहा है. वह पूर्व राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच को राष्ट्रपति बनाना चाहता है. हालांकि अब तक रूस की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. पूर्व राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच का कार्यकाल विवादों भरा रहा है. त्ता में रहते हुए उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं और उनकी लग्जरी लाइफस्टाइल काफी विवादों में रही.
आलीशान पैलेस बन गया म्यूजियम
कीव से 25 किलोमीटर दूर नोवी पेत्रिवत्सी ( Novi Petrivtsi) गांव में पूर्व राष्ट्रपति यानुकोविच का आलीशान पैलेस था. वह 2002 से 2014 इस पैलेस में रहे. उनके निर्वासन के बाद नवंबर 2014 में उनके पैलेस को Mezhyhirya Residence Museum में तब्दील कर दिया गया.
अपना लिए पैलेस में बना रखा था जू
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब पूर्व राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच यूक्रेन से निर्वासित हुए तब हजारों लोग उनके महल में घुस आए थे, क्योंकि उनके यूक्रेन में रहते हुए इस पैलेस के आसपास लोगों के आने की अनुमति नहीं थी. जब भीड़ पैलेस के अंदर दाखिल हुई तो सबकी आंखें फटी रह गई. आलिशान पैलेस में गोल्फ कोर्स, प्राइवेट जू , लग्जरी गाड़ियां समेत कई लग्जरी चीजें दिखीं. यूक्रेन के लोगों का आरोप था कि याकुनोविच भ्रष्टाचार करते थे और टैक्स के पैसों से लग्जरी लाइफस्टाइल जीते थे. यही वजह है कि लोग इसे म्यूजियम ऑफ करप्शन भी कहते हैं.
जब लोगों को मिली थी 'सोने की ब्रेड'
यूक्रेन के लोगों में विक्टर यानुकोविच को लेकर यह बात प्रचलित थी कि उन्होंने अपने पैलेस में भ्रष्टाचार के पैसों से सोने की टॉयलेट सीट, वॉश बेसिन लगवाए हैं. जब विक्टर यानुकोविच का यूक्रेन से निर्वासन हुए तो भीड़ उनके घर में सोने के टॉयलेट देखने घुस आई, लेकिन उन्हें सोने की टॉयलेट की जगह सोने का ब्रेड लोफ मिला, जिसकी तस्वीरें चंद घंटों में इंटरनेट पर वायरल हो गई थी. मॉस्को टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, विक्टर यानुकोविच को 'सोने की ब्रेड' एक पेपर वेट के तौर पर एक बड़े बिजनेसमैन ने उनके जन्मदिन पर गिफ्ट की थी.
340 एकड़ में फैला है पैलेस
Mezhyhirya Residence 340 एकड़ में फैला हुआ है. यह पहले सोवियत यूनियन की कम्युनिस्ट पार्टी और बाद में 2007 तक यूक्रेन सरकार के पास था. इसके बाद इसे प्राइवेट प्रॉपर्टी बना दिया गया, जहां विक्टर यानुकोविच रहा करते थे.
रूस की तरफदारी करते रहे हैं विक्टर
विक्टर यानुकोविच निर्वासन में रहने के लिए रूस भाग गए. 2013 में रूस के साथ अपने बढ़ते संबंधों के चलते उन्हें विरोध झेलना पड़ा था. इसी दौरान विक्टर ने 2013 में यूरोपीय संघ के एसोसिएशन एग्रिमेंट को खारिज कर दिया, जिसके कारण देश में कई जगह हिंसक प्रर्दशन भी हुए थे. विक्टर का झुकाव हमेशा से रूस की तरफ रहा है, जिसके कारण यह दावा किया जा रहा है कि रूस उन्हें जेलेंस्की की गद्दी पर लौटाना चाह रहा है.