एशिया में ऑनलाइन विज्ञापन पर जो खर्च होता है, उसमें आधे से ज्यादा हिस्सा गूगल और फेसबुक जैसी दिग्गज इंटरनेट कंपनियों की झोली में जाता है.
एशिया में इंटरनेट कारोबार के माहौल पर इकोनामिक इंटेलिजेंस यूनिट्स (ईआईयू) की रिपोर्ट के मुताबित बाजार चुनौतीपूर्ण है क्योंकि इस मामले में एशिया का आकार अभी भी छोटा है और कई कंपनियां ऑनलाइन विज्ञापन खंड में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑनलाइन विज्ञापन के जरिए कमाई करना आसान नहीं है. वैश्विक पब्लिशिंग उद्योग में यहां तक कि बड़े नाम का भी मानना है कि एक ही विज्ञापन को पाने के लिए कई कंपनियां प्रतिस्पर्धा कर रही हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, ‘एशिया में विज्ञापन के मामले में व्यक्तिगत बाजार आकार में छोटा है. मलेशिया और थाइलैंड में उदाहरण के तौर पर विज्ञापन खर्च में केवल एक प्रतिशत ऑनलाइन विज्ञापन पर खर्च होता है. भारत में यह कुछ अधिक 7 प्रतिशत है. लेकिन 41 करोड़ डॉलर जो ऑनलाइन विज्ञापन पर खर्च होता है उसमें 60 प्रतिशत विज्ञापन गूगल और फेसबुक को जाता है, केवल 40 प्रतिशत ही ऑनलाइन के दूसरे खिलाड़ियों को मिल पाता है.’
विशेषज्ञों के अनुसार गूगल और फेसबुक का उपयोग करने वालों के व्यापक नेटवर्क को देखते हुये ऑनलाइन विज्ञापन में इनका काफी दबदबा है.