गूगल ने सोमवार को अपनी नई पेरेंट कंपनी के गठन का ऐलान किया. इस कंपनी का नाम अल्फाबेट (Alphabet) होगा.
यानी अब गूगल का कॉरपोरेट स्ट्रक्चर बदल जाएगा और इंटरनेट की यह दिग्गज कंपनी अल्फाबेट (Alphabet) की सहायक कंपनी के तौर पर काम करेगी. यह सिर्फ नाम में बदलाव नहीं, कंपनी में संरचनात्मक बदलाव है.
साथ ही भारत में जन्मे सुंदर पिचाई गूगल के नए सीईओ होंगे. 43 वर्षीय पिचाई आईआईटी खड़गपुर में पढ़ाई के बाद स्टैनफोर्ड और व्हार्टन यूनिवर्सिटी चले गए थे. वहीं गूगल के वर्तमान सीईओ लैरी पेज अल्फाबेट में सीईओ का प्रभार संभालेंगे और कंपनी के को-फाउंडर सर्जेइ ब्रिन के साथ कंपनी की कमान संभालेंगे.
कोर प्रोडक्ट गूगल में ही रहेंगे
लैरी पेज ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा है, 'इस नई सरंचना से हमें गूगल के भीतर मौजूद असाधारण अवसरों पर ध्यान केंद्रित करने का मौका मिलेगा.' चौथे क्वार्टर से अल्फाबेट गूगल की पब्लिक ट्रेडेड इकाई बन जाएगी. गूगल के सभी शेयर अल्फाबेट स्टॉक में बदल जाएंगे.
पेज ने कहा कि अल्फाबेट गूगल के कोर इंटरनेट प्रोडक्ट से अलग, गूगल एक्स, फाइबर और लाइफ साइेंसेस जैसे बिजनस अपने पास रखेगा. हाल के सालों में गूगल ने ड्रोन डिलिवरी, सेल्फ ड्राइविंग कारों और हेल्थ सिस्टम्स जैसे प्रोजेक्ट्स में भी निवेश किया है.
दोनों फाइनेंशियल ऑफिसर रुथ पोराट और नेस्ट के टोनी फिडेल पेज को रिपोर्ट करेंगे. वीडियो सेवा यूट्यूब गूगल का हिस्सा बना रहेगा. अल्फाबेट की वेबसाइट को abc.xyz के तौर पर लिस्डेट किया गया है.