गूगल की मेल सेवा जीमेल पर चीन में रोक लगा दी गई है लेकिन इसके लिए सरकारी आदेश का सहारा नहीं लिया गया है बल्कि इसके लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है. वहां काफी समय से जीमेल सेवा में बाधा पहुंचाई जा रही थी.
चीन में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पक्षधर एक ग्रुप greatfire.org ने बताया कि चीन में शुक्रवार से ही सभी मेल रोके जा रहे हैं. सोमवार को भी जीमेल की सेवाएं बंद थीं. ऐसा अंदाजा है कि इसे रोकने के लिए फायरवॉल का इस्तेमाल किया गया है.
ग्रुप के एक सदस्य ने कहा कि सरकार चीन में गूगल की उपस्थिति रोकना चाहती है और दूसरे देशों में भी इसे कमज़ोर करना चाहती है. चीन में सेवा बंद होने से विदेशों में रहने वाले वहां के अनुरूप दूसरी मेल सेवा इस्तेमाल करने चाहेंगे.
सिंगापुर स्थित गूगल के एक प्रवक्ता ने कहा कि हमने अपनी ओर से चेक किया है और पाया कि इधर से सब कुछ ठीक है.
इस साल जून से ही चीन में गूगल की मेल सेवा बुरी तरह से बाधित रही है. फिर भी लोग अन्य प्रोटोकॉल के जरिये ईमेल एक्सेस कर रहे थे. लेकिन अब वह भी बंद है.
चीन में इंटरनेट पर कड़े प्रतिबंध हैं ताकि लोग किसी तरह का असंतोष ज़ाहिर न कर सकें या कम्युनिस्ट पार्टी को चुनौती न दे सकें.
चीन ने दुनिया की सबसे शक्तिशाली और आधुनिक इंटरनेट सेंसरशिप की व्यवस्था कर रखी है. इसे ग्रेट फायरवॉल ऑफ चाइना कहा जाता है. आलोचकों का कहना है कि चीन गूगल जैसी विदेशी ऑनलाइन सेवा में पिछले एक साल से विघ्न डालने का काम कर रहा है ताकि वहां की जनता शेष विश्व से कट जाए.
जीमेल सेवा के कट जाने से चीन में काम कर रही विदेशी कंपनियों के सामने परेशानी खड़ी हो सकती है. ज्यादातर कंपनियां कॉर्पोरेट कार्यों के लिए जीमेल का इस्तेमाल करती हैं.