एक दशक पहले अहमदाबाद में हिंसक भीड़ के शिकार हुए एक पूर्व सांसद की पत्नी ने अमेरिकी सांसदों से कहा कि अगर नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो गुजरात दंगा पीड़ितों को किसी भी तरह का न्याय नहीं मिलेगा.
पूर्व सांसद अहसान जाफरी की पत्नी जकिया जाफरी ने मंगलवार को कैपिटल हिल में अमेरिकी सांसदों से गुजरात के मुख्यमंत्री को वीजा नहीं देने की नीति बनाये रखने का अनुरोध किया. जकिया ने कहा, ‘अगर वह (मोदी) प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो हजारों गुजरात पीड़ितों सहित मेरी न्याय की आशा खत्म हो जाएगी. मेरी आशा और प्रार्थना है कि ऐसा कभी नहीं होगा.’ जकिया के बयान को उनके दामाद नाजिद हुसैन ने पढते हुए कहा कि आपके (अमेरिका) द्वारा मोदी को वीजा नहीं देने की नीति मेरी आशाओं को जीवित रखने के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
गुजरात दंगा पीड़ितों की ओर से बोलते हुए जकिया और उनकी बेटी निशरिन हुसैन ने अमेरिकी सांसदों और ओबामा प्रशासन से मोदी को अमेरिकी वीजा नहीं देने का अनुरोध किया.
जकिया ने कहा, ‘मेरा दिल कहता है कि मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे पति की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं. मैं जानती हूं कि जब मेरे पति ने मदद मांगी तो उन्होंने कहा, ‘जाफरी आप खुद में बहुत कुछ हैं. अगर आप बचा सकते हैं तो खुद को बचाइये’.’ जकिया ने आरोप लगाया, ‘मैं यह भी जानती हूं कि भारतीय न्याय प्रणाली धीमी हो सकती है लेकिन यह मजबूत है. अगर मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दे दिया होता यह उन्हें पद से हटा दिया गया होता, न्याय का पहिया स्वतंत्र रूप से और तेजी से चलता.’’
उन्होंने कहा कि लेकिन पद छोड़ने के बजाय उन्होंने सत्ता पर अपनी पकड़ दोगुनी कर ली और पीड़ितों को न्याय नहीं देने के लिए हरसंभव बाधा पैदा की.
हिंसक भीड़ द्वारा पिता की हत्या किये जाने के दर्दनाक घंटों को याद करते हुए अब अमेरिकी नागरिक निशरिन ने कहा कि मैं मोदी के वीजा पर प्रतिबंध जारी रखने की सांसदों की पहल की प्रशंसा करती हूं.
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के वीजा पर लंबे समय से जारी अमेरिकी नीति गुजरात में न्याय के संघर्ष के लिए महत्वपूर्ण है.
‘कोलीशन अगेंस्ट जीनोसाइड’ की ओर से बोलते हुए हैदर खान ने कहा कि गुजरात विधानसभा की सदस्य मायाबेन कोडनानी की दोषसिद्धि और मंत्री अमित शाह पर अभ्यारोपण मोदी सरकार पर अभ्यारोपण है.