मध्य मिस्र में सेना की वर्दी पहने नकाबपोश बंदूकधारियों ने शुक्रवार को कॉप्टिक ईसाइयों को ले जा रही एक बस पर गोलीबारी की जिसमें कम से कम 28 व्यक्तियों की मौत हो गई और 25 अन्य घायल हो गए. मारे गए व्यक्तियों में अधिकतर बच्चे हैं. ईसाई समुदाय पर करीब दो महीनों में होने वाला यह दूसरा बड़ा हमला है.
हमला तब हुआ जब बस काहिरा से 250 किलोमीटर दक्षिण में मिन्या गवर्नोरेट स्थित अंबा सैमुअल मौनेस्ट्री की ओर जा रही थी. गृह मंत्रालय ने बताया कि बंदूकधारी तीन वाहनों पर सवार थे.
मंत्रालय ने कहा कि हमले में 28 ईसाइयों की मौत हो गई और 25 अन्य घायल हो गए. सूत्रों एवं प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि मारे गए व्यक्तियों में अधिकतर बच्चें हैं.
खबरों में कहा गया कि हमलावरों की संख्या आठ और 10 के बीच थी जिन्होंने सेना की वर्दी पहन रखी थी. सुरक्षा कर्मी हमलावरों की तलाश कर रहे हैं. किसी ने भी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
देश में हाल के महीनों में कॉप्टिक ईसाइयों पर कई ऐसे हमले हुए हैं जिसकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ले ली है.
टंटा और अलेक्जेंड्रिया में गत नौ अप्रैल को गिरजाघरों को निशाना बनाकर किए गए दो आत्मघाती हमलों में कम से कम 46 व्यक्तियों की मौत हो गई थी. बीते दिसम्बर में काहिरा में एक कॉप्टिक गिरजाघर पर हुए एक हमले में 25 व्यक्ति मारे गए थे.