मुंबई के 26/11 हमलों का मास्टर माइंड हाफिज सईद गुरुवार को हाउस अरेस्ट से रिहा हो जाएगा. हाफिज सईद को लेकर अमेरिका भारत के रुख के साथ है. अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि अमेरिका की नजर में हाफिज सईद आतंकी है. उसका संगठन जमात-उद-दावा भी प्रतिबंधित है. अमेरिका इस फैसले पर नजर बनाए हुए है.
जमात-उद-दावा ने की सैकड़ों निर्दोष लोगों की हत्या
अमेरिकी अधिकारी ने कहा, 'हमें हाफिज की रिहाई की जानकारी है. अमेरिका अपने स्टैंड पर कायम है कि हाफिज एक आतंकी है. मई 2008 में उसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया गया था. उसका संगठन जमात-उद-दावा आतंकी संगठन है. उसने सैकड़ों निर्दोष लोगों की हत्या की है. इसमें अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं. जमात-उद-दावा, उसके सहयोगी संगठन और उसके नेताओं पर प्रतिबंध कायम रहेगा.'
अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि एक ओर पाकिस्तान हाफिज सईद के मामले में अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से डरा हुआ है. वहीं, दूसरी ओर कोर्ट में उसके खिलाफ सबूत नहीं दिए जाते. इस वजह से रिव्यू बोर्ड को हाफिज सईद को छोड़ना पड़ा है.
जनवरी से हिरासत में था सईद
पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने आतंकवाद रोधी कानून 1997 के तहत 31 जनवरी को सईद और उसके चार सहयोगियों को 90 दिनों के लिए हिरासत में लिया था. सईद के साथ उसके साथी अब्दुल्ला उबैद, मलिक जफर इकबाल, अब्दुल रहमान आबिद और काजी काशिफ हुसैन को हिरासत में लिया गया था. प्रांतीय सरकार ने लोक सुरक्षा कानून के तहत उन्हें हिरासत में लिया था. जिसके बाद उसकी मियाद बढ़ा दी गई थी. हालांकि, हाफिज के चारों साथियों को अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में छोड़ दिया गया था.
हाफिज सईद पर 1 करोड़ का इनाम
हाफिज सईद मुंबई के 26/11 हमले का मास्टरमाइंड है. वो आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का चीफ और लश्करे-तैयबा का को-फाउंडर है. हाफिज के खिलाफ इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया है. वहीं, अमेरिका ने हाफिज पर 1 करोड़ का इनाम घोषित किया हुआ है. इतना ही नहीं पाकिस्तान की सरकार ने भी हाफिज को टेरिस्ट माना है और उसका नाम एंटी-टेररिज्म एक्ट में शामिल किया है.