मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है. यही नहीं, शुक्रवार को कश्मीर दिवस पर मौके पर इस आतंकी और उसके समर्थकों ने इस्लामाबाद सहित पाकिस्तान के कई शहरों में भारत विरोधी रैली भी निकाली. हाफिज ने कश्मीर मुद्दे पर यह रैली ऐसे समय निकाली है, जब पाकिस्तान सरकार आतंकवादियों पर लगाम कसने की बात कर रही है.
दिलचस्प बात यह भी है कि आतंकी हाफिज सईद की यह रैली पठानकोट जैसे और हमलों की धमकी के अगले ही दिन निकाली गई है. जानकारी के मुताबिक, इस्लामाबाद के अलावा लाहौर, फैजलाबाद, कराची, पेशावर और मुजफ्फराबाद में रैलियां निकाली गईं. इस्लामाद में रैली का नेतृत्व खुद हाफिज सईद ने किया, जबकि उसके रिश्तेदार हाफिज अब्दुर रहमान ने लाहौर में रैली के बाद विशाल जनसभा को संबोधित किया.
कैंप लगाकर दिखाए हिंसक वीडियो
दूसरी ओर, कश्मीर दिवस के मौके पर सत्ताधारी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज, जमात-ए-इस्लामी और दूसरी अन्य राजनीतिक और धार्मिक पार्टियों ने भी लाहौर में सभा को संबोधित किया. हाफिज के संगठन जमात-उद-दावा ने लाहौर में कई कैंप भी लगाए, जिसमें बड़े स्क्रीन लगातर अत्याचार के वीडियो दिखाए गए.
हाफिज ने सम्मेलन को किया संबोधित
गुरुवार को मीरपुर में 'एकजुटता कश्मीर सम्मेलन' को संबोधित करते हुए हाफिज सईद ने कहा कि पाकिस्तान को कश्मीरी लड़ाकों के नेता सैयद सलाउद्दीन का शुक्रिया अदा करना चाहिए, जो यूनाइटेड जिहादी काउंसिल के प्रमुख हैं.
गौरतलब है कि पठानकोट में आतंकी हमले का जिम्मा यूनाइटेड जिहादी काउंसिल ने ही लिया है. सईद ने कहा, 'सैयद सलाउद्दीन पाकिस्तान के महान शुभचिंतक हैं. उन्होंने पठानकोट हमले की जिम्मेदारी लेकर पाकिस्तान को मुसीबत से बाहर निकाला है. पाकिस्तान को उनका शुक्रिया अदा करना चाहिए.'