पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय के लगातार विरोध के बावजूद कुख्यात आतंकी और जमात-उद-दावा (जेयूडी) के अमीर हाफीज मुहम्मद सईद ने नवाज शरीफ के संसदीय क्षेत्र में अपना राजनीतिक ऑफिस खोल दिया है.
जमात-उद-दावा प्रमुख ने नेशनल असेंबली संसदीय क्षेत्र एनए-120 में कई क्षेत्रों में जांच-पड़ताल के लिए दौरा किया था. यह सीट पाकिस्तान की राजनीति में हाई प्रोफाइल माना जाता है क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का यह संसदीय क्षेत्र है और 1985 में राजनीति में कदम रखने के बाद वह एक बार भी इस सीट से नहीं हारे.
सईद ने रविवार को जमात-उद-दावा की राजनीतिक शाखा मिली मुस्लिम लीग (एमएमएल) के एक ऑफिस का उद्घाटन किया. उद्घाटन के दौरान सईद ने स्थानीय लोगों की समस्याएं सुनी.
आंतरिक मंत्रालय ने एमएमएल के राजनीतिक दल के रूप में मान्यता दिए जाने का विरोध किया है. मंत्रालय का कहना है कि सुरक्षा के लिहाज से इसे राजनीतिक दल के रूप में मान्यता नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि इससे राजनीति में हिंसा और चरमपंथ को बढ़ावा मिल सकता है. एमएमएल प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जमात-उद-दावा की उपशाखा है. इन संगठनों पर 2008 में मुंबई में और 2001 में भारतीय संसद पर आतंकी हमले करने का आरोप है.
इसी साल सितंबर में लाहौर के नेशनल असेंबली क्षेत्र एनए-120 पर हुए उपचुनाव में एमएमएल समर्थित उम्मीदवार याकूब शेख चौथे स्थान पर रहे और उन्हें 5,822 मत मिले थे. यह उपचुनाव तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद पद छोड़ने के बाद कराया गया था. एमएमएल का यह प्रदर्शन सभी को हैरान करने वाला था क्योंकि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), जमात-ए-इस्लामी को मिले वोटों से दोगुना मत उसे मिला था.
खास बात यह है कि पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) से अभी इस दल को मान्यता नहीं मिली है. हालांकि वहां पर लोगों ने गुलाब दिखाकर सईद का स्वागत किया था.