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आतंकी हाफिज सईद की पार्टी MML को PAK चुनाव आयोग ने नहीं दी मंजूरी, फोटो इस्तेमाल पर भी रोक

आतंकवादी हाफिज सईद ने सियासत में पांव जमाने के मकसद से पिछले महीने पार्टी बनाई थी. वह पिछले छह महीने से पाकिस्तान में नजरबंद है. उसके संगठन जमात-उद-दावा की ओर से पाकिस्तान चुनाव आयोग में 'मिल्ली मुस्लिम लीग' के नाम से राजनीति पार्टी को मान्यता देने के लिए अर्जी दी गई थी.

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हाफिज सईद को झटका
हाफिज सईद को झटका

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मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद को पाकिस्तान के चुनाव आयोग से झटका लगा है. चुनाव आयोग ने सईद की राजनीतिक पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग को मान्यता नहीं दी है, उन्होंने पार्टी के चुनाव लड़ने पर भी रोक लगाई है. चुनाव आयोग ने यह रोक इसलिए लगाई है क्योंकि पार्टी के पोस्टरों में हाफिज सईद की तस्वीर का इस्तेमाल किया जा रहा है. चुनाव आयोग ने हाफिज की फोटो का इस्तेमाल करने भी रोक लगा दी है.

पिछले महीने बनाई थी पार्टी

आतंकवादी हाफिज सईद ने सियासत में पांव जमाने के मकसद से पिछले महीने पार्टी बनाई थी. वह पिछले छह महीने से पाकिस्तान में नजरबंद है. उसके संगठन जमात-उद-दावा की ओर से पाकिस्तान चुनाव आयोग में 'मिल्ली मुस्लिम लीग' के नाम से राजनीति पार्टी को मान्यता देने के लिए अर्जी दी गई थी.

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6 महीने से हाफिज नजरबंद

हाफिज सईद पिछले 6 महीने से नजरबंद है. यह कार्रवाई अमेरिका की उस चेतावनी के बाद की गई थी जिसमें अमेरिका ने कहा था कि अगर जमात-उद-दावा के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह पाकिस्‍तान पर प्रतिबंध लगा सकता है. बता दें, 26/11 मुंबई आतंकी हमले का हाफिज सईद मास्टरमाइंड है और भारत इसके खिलाफ लगातार कार्रवाई की मांग कर रहा है.

क्यों सियासत पर है नजर?

गौरतलब है कि इस वक्त पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल जारी है, पनामा केस में नवाज शरीफ को पीएम की कुर्सी गंवानी पड़ गई है. ऐसे में हाफिज सईद जानता है कि उसके लिए ये सबसे बेहतर मौका है राजनीति में कदम में रखने के लिए. क्योंकि पाकिस्तानी सेना और आईएसआई में हाफिज सईद की अच्छी पैठ है. हालांकि, चुनाव आयोग ने हाफिज के इस प्लान को फिलहाल फेल कर दिया है.

 

 

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