मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के बहनोई हाफिज अब्दुल रहमान मक्की ने जमात-उद-दावा की कमान अपने हाथ में ले ली है. भारत के खिलाफ हमेशा जहर उगलने वाले खूंखार आतंकी मक्की के सिर पर करीब 13 करोड़ रूपये (20 लाख डॉलर) का इनाम है.
मुंबई आतंकी हमले मामले में पाक पंजाब सरकार की ओर से हाफिज सईद को घर में नजरबंद करने के बाद मक्की को जमात-उद-दावा का सरगना बनाया गया है. यह सईद से भी ज्यादा खूंखार आतंकी है. मक्की तालिबान सरगना मुल्ला उमर और अलकायदा सरगना अल-जवाहिरी का भी बेहद करीबी रहा है. जब अमेरिका ने अलकायदा और तालिबान को निशाना बनाना शुरू किया, तो मक्की ने इसका कड़ा विरोध किया था.
रविवार को जमात-उद-दावा के कार्यालय से जुड़े एक कार्यकर्ता ने बताया कि हाफिज सईद की जगह हाफिज रहमान मक्की को संगठन का प्रमुख बनाया गया है. अभी तक संगठन में मक्की का कद दूसरे नंबर पर था, लेकिन सईद की नजरबंदी के बाद उसने संगठन की कमान अपने हाथ में ले ली. जमात-उद-दावा ने इस बात से भी इनकार किया है कि हाफिज सईद नजरबंद होने के बावजूद संगठन को चला रहा.
जमात-उद-दावा के कार्यकर्ता ने बताया कि अब मक्की संगठन के सभी कामकाज देख रहा है. सईद की नजरबंदी के बाद मक्की ने लाहौर समेत पाकिस्तान के अन्य हिस्सों में जमात-उद-दावा की आधा दर्जन से ज्यादा रैलियों का नेतृत्व भी किया है. मालूम हो कि मुंबई आतंकी हमले मामले में पाक पंजाब सरकार ने हाफिज सईद को 30 जनवरी को नजरबंद कर दिया था.
हाफिज रहमान मक्की भारत के खिलाफ जहर उगलने के लिए ही जाना जाता है. 2010 में भारत विरोधी बयान को लेकर वह सुर्खियों में भी रह चुका है. उसने पुणे के जर्मन बेकरी में धमाके के आठ दिन पहले मुजफ्फराबाद में भाषण दिया था और पुणे समेत भारत के तीन शहरों में आतंकी हमले करने की धमकी दी थी. भारत की मांग पर अमेरिका ने मक्की को आतंकी घोषित किया था. इसके सिर पर 13 करोड़ रुपये का इनाम भी रखा गया है.