लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद ने जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर की गिरफ्तारी को लेकर पाकिस्तान सरकार और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर निशाना साधा है. हाफिज सईद का कहना है कि नवाज शरीफ सरकार ने मौलाना मसूद अजहर और बाकी जिहादियों को अरेस्ट कर बड़ी गलती की है. नवाज अपने मुल्क को नजरअंदाज कर मोदी सरकार को खुश करने के लिए ये कार्रवाई कर रहे हैं. बता दें कि हाफिज मुंबई हमलों और जैश-ए-मोहम्मद का चीफ अजहर पठानकोट अटैक का मास्टरमाइंड है.
भारत और इजराइल को बताया दुश्मन
शुक्रवार को लाहौर के करीब एक रैली में जमात-उद-दावा चीफ ने कहा कि भारत और इजराइल दोनों दुश्मन देश पाकिस्तान के एटमी हथियारों की रेंज में हैं. नवाज शरीफ ने पाकिस्तान के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति के सामने अपनी बात नहीं रखी. नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर में आर्मी ऑफिसर्स को बसा रहे हैं.
सईद ने कहा, 'अजहर की गिरफ्तारी से दुखी हूं. यह गिरफ्तारी मोदी सरकार को खुश करने के लिए की गई है. इसकी वजह से कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान पर भारत का दबाव बढ़ेगा.' उसने कहा, 'कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को पीछे हटना पड़ेगा. नवाज सरकार नेशनल इंटररेस्ट को नजरअंदाज कर रही है. सुषमा जब पाकिस्तान आईं थीं तो उनके एजेंडे में छह प्वाइंट थे. इनमें से तीन जमात-उद-दावा के बारे में थे.'
कौन है मसूद अजहर और हाफिज सईद
मसूद अजहर वही आतंकी है, जिसे 1999 में हाईजैक हुए इंडियन एयरलाइंस के प्लेन को छुड़ाने अफगानिस्तान के कंधार ले जाकर रिहा किया गया था. पठानकोट के एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकियों ने पाकिस्तान के बहावलपुर में सैटेलाइट फोन के जरिए बातचीत की थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजहर बहावलपुर में ही रहता है. यहीं जैश के आतंकियों को ट्रेनिंग देता है. पाकिस्तानी एजेंसियों ने उसे वहीं से हिरासत में लिया.
वहीं, सईद 2008 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है. उसी के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने मुंबई में 10 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया था. हमले में 160 से ज्यादा लोगों की जान गई थी.