सऊदी अरब के मक्का में भगदड़ से मरने वालों की तादाद बढ़कर 769 तक पहुंच गई है. भगदड़ में घायल होने वालों की संख्या भी 934 हो गई है.
स्वास्थ्य मंत्री खालिद अल फलीह ने हताहतों के नए आंकड़ों के बारे में जानकारी दी है. पहले मरने वालों का आंकड़ा 717 का था.
हज से जुड़ी कुछ आखिरी रस्मों को पूरा करने में हाजियों की मदद के लिए शनिवार को बड़ी संख्या में विशेष बलों की तैनाती की गई. जमारात सेतु पर बहुत सारे सुरक्षाकर्मी देखे गए. इसी स्थान पर शैतान को कंकड़ मारने की रस्म को अंजाम दिया जाता है. इसी रस्म के लिए आगे बढ़ने के दौरान गुरुवार को भगदड़ मची थी.
सऊदी गृह मंत्रालय ने कहा कि उसने हज को सुरक्षित रबनाने और भीड़ के प्रबंधन के लिए एक लाख पुलिसकर्मियों को तैनात किया है.
हादसे में भारत के 22 जायरीनों की मौत
सऊदी अरब के मक्का में गुरुवार को हुई भगदड़ में मरने वाले भारतीय जायरीनों की संख्या बढ़कर 22 हो गई. सरकार ने शनिवार को यह जानकारी दी. हादसे में मरने वालों में से कई की पहचान होनी अभी भी बाकी है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, 'हज हादसे में मरने वाले भारतीयों की संख्या बढ़कर 22 हो गई. कई मृतकों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है.'
उन्होंने एक और ट्वीट किया, 'मृतकों की पहचान के लिए हम लापता जायरीनों के परिवारवालों और यात्रा संचालकों को घटनास्थल ले जाए जाने की व्यवस्था करवा रहे हैं.'
इससे पहले शनिवार को ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने एक बयान जारी कर कहा था, 'ताजा जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में अब तक 18 भारतीयों की मौत हो चुकी है. सऊदी अरब में हमारा कूटनीतिक मिशन स्थानीय प्रशासन और पीड़ितों के परिजनों के साथ मिलकर मृतकों की पहचान की पुष्टि करने और शवों को जल्द से जल्द लेने की औपचारिकताएं पूरी करने में जुटा है.'
उन्होंने यह भी कहा, 'अधिकारी जानकारी जुटाने और लापता तीर्थयात्रियों के परिजनों से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं.'
इस दुर्घटना में 14 भारतीयों की मौत की घोषणा शुक्रवार को की गई थी. इनमें से नौ गुजरात, दो-दो झारखंड व तमिलनाडु और एक महाराष्ट्र से थे. इस हादसे में 13 भारतीय तीर्थयात्रियों के घायल होने की सूचना है.
सऊदी अरब में मक्का के बाहरी इलाके में मीना शहर में गुरुवार को हुई इस भगदड़ में 769 लोगों के मरने की पुष्टि की गई है. हज यात्रा के दौरान पिछले 25 साल में यह सबसे भयानक हादसा था.