ईरान की राजधानी तेहरान में हमास चीफ इस्माइल हानिया मारा गया है. इजरायली हमले में हानिया और उसके बॉडीगार्ड की कथित तौर पर मौत हुई है. हमास और ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने इसकी पुष्टि की है. हमास ने अपने बयान में कहा है कि इजरायल के हमले में फिलिस्तीनी ग्रुप लीडर इस्माइल हानिया तेहरान स्थित एक घर में मारे गए हैं. इजरायल ने 12 घंटे में ये दूसरा बड़ा हमला किया है.
इससे पहले मंगलवार (30 जुलाई) को हानिया ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुआ था. हानिया, ईरान के कितने करीब था, ये इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो तमाम देशों के प्रतिनिधियों के साथ ग्रुप फोटो में नजर आ रहा है. हालांकि उसे अंदाजा नहीं था कि उसी रात उसका खात्मा हो जाएगा. पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमले के बाद से ही हानिया कभी कतर तो कभी ईरान में छिप रहा था. लेकिन इजरायल ने उसे ईरान में घुसकर मार गिराया है.
जिस घर में ठहरा था हानिया, उसी पर हमला
हानिया ने कल ही ईरान के सुप्रीम लीडर इमाम सैयद अली खामेनेई से भी मुलाकात की थी. अगले ही दिन यानी बुधवार सुबह इजरायल ने उस घर को निशाना बना दिया, जिसमें इस्माइल हानिया अपने सुरक्षाकर्मी के साथ ठहरा हुआ था. इजरायली एक्शन से पहले हमास चीफ इस्माइल हानिया की मुलाकात की आखिरी तस्वीरें सामने आई हैं.
ईरान के सुप्रीम लीडर ने कुछ घंटे पहले शेयर की थीं तस्वीरें
ईरान के सुप्रीम लीडर इमाम खामेनेई ने हमास के चीफ इस्माइल हानिया और जनरल सेकेटरी जियाद अल-नखलाह से मुलाकात की थी. खामनेई ने 13 घंटे पहले यानी 30 जुलाई की शाम 8.05 बजे मुलाकात की तस्वीरें भी अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट की थी. खामनेई ने लिखा, ''फिलिस्तीनी इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन हमास के राजनीतिक ब्यूरो प्रमुख इस्माइल हानिया और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद आंदोलन के महासचिव जियाद अल-नखला से मुलाकात की.''
फिलहाल, हानिया के मारे जाने से 12 घंटे में इजरायल के दो दुश्मनों का सफाया हो गया है. मंगलवार को इजरायल की सेना ने बेरुत में हिज्बुल्लाह के टॉप कमांडर फउद शुकर को मार गिराने का दावा किया था. इससे पहले अप्रैल 2024 में इजरायली सुरक्षाबलों ने हानिया के तीन बेटों को भी मार गिराया था. इजरायल ने गाजा पट्टी पर एयरस्ट्राइक कर हानिया के तीन बेटों को मारा था. इजरायली सेना IDF ने बताया था कि हानिया के तीन बेटे आमिर, हाजेम और मोहम्मद गाजा में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने जा रहे थे, इस बीच तीनों हवाई हमलों की चपेट में आ गए.
जानिए हमास के बारे में?
हमास (Hamas) एक फिलिस्तीनी इस्लामी संगठन और राजनीतिक पार्टी है, जिसकी स्थापना 1987 में हुई थी. इसका पूरा नाम इस्लामिक रेजिस्टेंस मूवमेंट है. हमास का मुख्य उद्देश्य फिलिस्तीनी क्षेत्रों में इस्लामी शासन की स्थापना करना और इजराइल के खिलाफ प्रतिरोध करना है. यह संगठन गाजा पट्टी में सबसे ज्यादा सक्रिय है और इसे कई देशों ने आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया है. हमास सामाजिक सेवाओं, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के जरिए भी अपनी उपस्थिति बनाए रखता है.
इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध में हमास क्यों चर्चा में आया?
इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध में हमास इसलिए चर्चा में आया, क्योंकि ये संगठन गाजा पट्टी से इजरायल पर रॉकेट हमलों और अन्य हमलों को अंजाम देता है. हमास और इजरायल के बीच अक्सर हिंसक झड़पें होती हैं, जिनमें नागरिकों और सैन्य ठिकानों पर हमले शामिल होते हैं. इसके अलावा, हमास की राजनीतिक और सैन्य गतिविधियों के कारण इजरायल और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इसे आतंकवादी संगठन के रूप में देखते हैं. हमास की इस्लामिक विचारधारा और फिलिस्तीनी स्वतंत्रता संघर्ष में इसकी भूमिका इसे विवाद का केंद्र बनाती है.
इजरायल ने क्या बदला लिया?
7 अक्टूबर, 2023 को हमास के लड़ाके अचानक इजराइल में घुस गए थे और जबरदस्त रॉकेट और बम बरसाए थे. हमले में 1200 से ज्यादा लोग मारे गए थे. हमास के लड़ाके 250 इजरायली लोगों को बंधक बनाकर गाजा पट्टी ले गए थे. हमास अभी भी इजरायल के 150 लोगों को बंधक बनाकर रखे है. यही वजह है कि हमास और उसका मुखिया इजरायल की हिट लिस्ट में सबसे ऊपर था. हानिया ने सात साल तक गाजा में सरकार चलाई है.
वहीं, हमास दावा करता है कि इजरायली हमलों में अब तक 39 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है. इजरायल का कहना है कि उसने इस ऑपरेशन में हमास और उसके सहयोगियों के 14 हजार से ज्यादा लड़ाकों को मार गिराया है.