इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने गाजा पट्टी में हमास द्वारा खेल के मैदानों में लगाए गए रैकेट लॉन्चरों का पर्दाफाश किया है. हमास के खिलाफ गाजा पट्टी में हमले को अंजाम देते हुए इजरायली रक्षा बलों ने हमले की स्थिति को उजागर कर दिया. इसमें पता चला है कि हमास समूह के प्रमुख ने खेल के मैदानों और बच्चों के स्विमिंग पूल के पास रॉकेट लांचर लगाए हुए हैं.
दरअसल आईडीएफ सैनिकों ने गाजा पट्टी में लड़ाई के दौरान हमास की आतंकवादी गतिविधि को उजागर करते हुए बताया है कि हमास से जुड़े हुए लोग बच्चों सहित आम नागरिकों का भी गाजा पट्टी में शोषण कर रहे हैं. आईडीएफ के सैनिक यह एक्सपोज कर रहे हैं कि कैसे हमास आतंकी संगठन अपनी आतंकी गतिविधि के लिए नागरिक सुविधाओं का व्यवस्थित रूप से इस्तेमाल करता है. आईडीएफ सैनिकों ने गाजा पट्टी में बच्चों के स्विमिंग पूल के पास रॉकेट लॉन्चर, साथ ही बच्चों के पुराने खेल के मैदान में लॉन्च पिट और रॉकेट लॉन्चर लगाए हुए हैं.

IDF ने हमास को किया एक्सपोज
आईडीएफ का कहना है कि यह हमास द्वारा अपने सैन्य अभियानों के लिए मानव ढाल के रूप में नागरिक बुनियादी ढांचे और बच्चों सहित नागरिकों के जानबूझकर इस्तेमाल करने का एक और सबूत है. IDF ने इन सभी जगहों की तस्वीरें भी जारी कीं हैं, जो बच्चों के तैराकी के बगल में स्थित हमास रॉकेट लांचर के फुटेज दिखाती हैं. इसमें लॉन्च पिट और रॉकेट लॉन्चर हैं जिनका पता 401वीं ब्रिगेड के सैनिकों ने गाजा पट्टी के एक पुराने खेल के मैदान में लगाया था.
एक महीने से जारी है इजरायल और हमास के बीच जंग
बता दें कि हमास और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध को करीब एक महीना हो चुका है. इस युद्ध में अबतक 11 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच हमास की अल-कासिम ब्रिगेड्स ने दावा किया है कि इजरायली सेना की एयरस्ट्राइक में 60 से ज्यादा इजरायली बंधकों की मौत हो गई है.
60 से ज्यादा इजरायली बंधकों की गई जान
हमास की मिलिट्री विंग अल-कासिम ब्रिगेड्स का कहना है कि नाकाबंदी वाले क्षेत्र में इजरायली हवाई हमले में गाजा पट्टी में 60 से ज्यादा इजरायली बंधक मारे गए हैं. अल-कासिम ब्रिगेड्स के प्रवक्ता अबू उबैदा ने शनिवार को टेलीग्राम चैनल के जरिए एक पोस्ट में यह घोषणा की, जिसकी पुष्टि एक आधिकारिक बयान में भी की गई है.
IDF ने हमास पर लगाए गंभीर आरोप
वहीं इजरायल डिफेंस फोर्स लगातार हमास पर आरोप लगा रही है कि उसके लड़ाकों ने अस्पताल, यूनिवर्सिटी जैसी मानवीय जगहों पर अपना ठिकाना बनाया हुआ है. आईडीएफ ने एक बयान जारी कर कहा कि जो ईंधन अस्पताल को मिलना चाहिए था, वो हमास के लड़ाके इस्तेमाल कर रहे हैं.