हमास ने सीजफायर के तहत तीन और इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया है. हमास ने शनिवार को मानवीय सहायता संगठन रेड क्रॉस को लगभग 500 दिनों की कैद के बाद इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया. जिन तीन बंधकों को हमास ने रिहा किया है, उनके नाम एली शराबी, लेवी और ओहद बेन अमी हैं, जिन्हें कैद से मुक्त कर दिया गया है. हमास में इनके नामों की घोषणा शुक्रवार को की थी.
ओहद बेन अमी और एली शराबी को 7 अक्टूबर, 2023 को नोवा संगीत समारोह से आतंकवादी समूह हमास द्वारा अपहरण कर लिया गया था. एली शराबी की पत्नी और बच्चे 7 अक्तूबर को हुए भीषड़ हमले में मारे गए थे. समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, तेल अवीव में, एली का परिवार बेसब्री से कैद से बाहर आने का इंतजार कर रहा था.
फिलिस्तीनियों को रिहा करने की उम्मीद
हमास ने इजरायल पर 19 जनवरी को प्रभावी हुए युद्धविराम समझौते के तहत सहमत खाद्य और अन्य मानवीय आपूर्ति ले जाने वाले सैकड़ों ट्रकों के प्रवेश में देरी करने और बमबारी से नष्ट हुए घरों में लौटने वाले लोगों को आश्रय प्रदान करने के लिए आवश्यक टेंट और मोबाइल घरों के एक अंश को छोड़कर बाकी सभी को रोके रखने का आरोप लगाया. हमास ने एक बयान में कहा, "यह राहत और आश्रय प्राथमिकताओं में स्पष्ट हेरफेर को दर्शाता है."
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हमास कैदियों के मीडिया कार्यालय ने कहा कि इजरायल से बदले में 183 फिलिस्तीनियों को रिहा करने की उम्मीद है, जिनमें 18 आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं, 54 लंबी सजा काट रहे हैं और 111 ऐसे हैं जिन्हें युद्ध के दौरान गाजा पट्टी में हिरासत में लिया गया था