इजरायल और हमास के बीच 6 हफ्ते के संघर्ष विराम के छठे दिन में प्रवेश करने के साथ ही फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह ने शुक्रवार को चार इजरायली महिला बंधकों के नामों की घोषणा की जिन्हें शनिवार को रिहा किया जाएगा. अदला-बदली समझौते में कहा गया है कि फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई इजरायली महिला सैनिकों के बदले में की जाएगी जिन्हें शनिवार को रिहा किया जाएगा.
ऱॉयटर्स के मुताबिक हमास ने एक बयान में कहा कि चार इजरायली महिलाओं - करीना एरीव, डेनिएला गिल्बोआ, नामा लेवी और लिरी अलबाग को शनिवार को रिहा किया जाएगा.
रॉयटर्स के अनुसार, यह अदला-बदली शनिवार दोपहर को शुरू होने की संभावना है. पिछले शनिवार को संघर्ष विराम के पहले दिन तीन इजरायली महिलाओं और 90 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के बाद फिलिस्तीनी कैदियों के बदले इजरायली बंधकों की दूसरी अदला-बदली की गई है.
इजराइल ने हमास द्वारा रिहा की गई प्रत्येक इजराइली महिला सैनिक के बदले 50 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने का वादा किया है. अधिकारियों का अनुमान है कि इस व्यवस्था के तहत 200 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले चार बंधकों को रिहा किया जाएगा.
बता दें कि रविवार को तीन इजराइली महिलाओं को रिहा किया गया और एक दशक से लापता एक सैनिक का शव बरामद किया गया. हालांकि, इजराइली रिपोर्टों के अनुसार गाजा में 94 इजराइली और विदेशी बंधक अभी भी हैं.
कतर और मिस्र द्वारा अमेरिका के समर्थन से किया गया यह संघर्ष विराम नवंबर 2023 में एक संक्षिप्त संघर्ष विराम के बाद से लड़ाई में पहला निरंतर विराम है. हमास ने इस चरण के दौरान इजराइली जेलों में बंद सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों के बदले 33 बंधकों को रिहा करने पर सहमति व्यक्त की है. आगे की बातचीत शेष बंधकों को मुक्त करने और गाजा से संभावित रूप से इजराइली सेना को वापस बुलाने पर केंद्रित होगी.
15 महीने के संघर्ष ने गाजा को बर्बाद कर दिया है और काफी हताहत हुए हैं. 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले के बाद से, जिसमें 1,200 इज़रायली मारे गए और 250 से ज़्यादा बंधकों को गाजा ले जाया गया, इज़रायली सेना ने भीषण बमबारी की है. गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने संघर्ष के दौरान 47,000 से ज़्यादा फ़िलिस्तीनी मारे जाने की रिपोर्ट दी है.