ब्रिटेन में सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने संयुक्त निगरानी समूह (जेएमजी) की आपातकालीन बैठक बुलाई है. इस बैठक में कोरोना वायरस के एक नए स्ट्रेन (प्रकार) पर चर्चा की जाएगी, जिसकी हाल ही में पहचान हुई है. इस बैठक में भारत में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ रॉडरिको एच ऑफ्रिन भी शामिल हो सकते हैं, जोकि जेएमजी के सदस्य हैं.
एक सूत्र ने बताया, '' ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए प्रकार के चलते इस पर चर्चा के लिए स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) की अध्यक्षता में सोमवार को संयुक्त निगरानी समूह की बैठक होगी. भारत में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ रॉडरिको एच ऑफ्रिन भी बैठक में शामिल हो सकते हैं जोकि जेएमजी के सदस्य हैं.''
माना जा रहा है कि कोरोना वायरस का नया प्रकार ब्रिटेन में संक्रमण को तेजी से फैलाने के लिए जिम्मेदार है. ब्रिटेन सरकार द्वारा वायरस के नए प्रकार के ''नियत्रंण से बाहर'' होने की चेतावनी जारी करने के बाद यूरोपीय यूनियन के कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है.
ब्रिटेन से उड़ानों पर लगी रोक
इस बीच, जर्मनी भी ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों को सीमित करने पर विचार कर रहा है जबकि नीदरलैंड ने कम से कम इस साल के अंत तक ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है. वहीं, बेल्जियम ने रविवार मध्यरात्रि से लेकर अगले 24 घंटों के लिए ब्रिटेन की उड़ानों पर रोक लगाने की घोषणा की है. साथ ही ब्रिटेन की रेल सेवाओं की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है. उधर, ऑस्ट्रिया और इटली ने कहा है कि वह ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाएंगे.
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इटली के विदेश मंत्री लुइगी डी मायो ने ट्विटर पर कहा कि सरकार कोरोना वायरस के नए प्रकार से इटली के निवासियों को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है. रविवार को ब्रिटेन से करीब दो दर्जन उड़ानें इटली के लिए रवाना होनी हैं. इस बीच, जर्मनी के अधिकारी ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों के संबंध में ''गंभीर विकल्प'' को लेकर विचार कर रहे हैं लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है.
वहीं, चेक गणराज्य ने ब्रिटेन से आने वाले लोगों के लिए पृथक-वास के नियम को लागू कर दिया है. बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डी क्रू ने रविवार को कहा कि वह ''बतौर सावधानी'' मध्यरात्रि से अगले 24 घंटों के लिए ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा रहे हैं.
ब्रिटेन में सख्त लॉकडाउन
ब्रिटेन ने भी रविवार से सख्त लॉकडाउन लागू कर दिया है, जिसके चलते लाखों लोग घरों के अंदर ही रहने को मजबूर हो गए हैं. गैर-जरूरी वस्तुओं की दुकानें और प्रतिष्ठान भी बंद कर दिए गए हैं. माना जा रहा है कि कोरोना वायरस का नया प्रकार देश में संक्रमण को तेजी से फैलाने के लिए जिम्मेदार है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शनिवार शाम नए सख्त प्रतिबंधों के बाबत घोषणा की थी. पांच दिवसीय प्रस्तावित ''क्रिसमस बबल'' कार्यक्रम को भी रद्द कर दिया गया है. पहले क्रिसमस के कार्यक्रम के लिए प्रतिबंधों में ढील देने का निर्णय लिया गया था लेकिन अब जॉनसन ने प्रतिबंधों को और सख्त करने का फैसला लिया है.
जॉनसन ने शनिवार को कहा कि राजधानी और दक्षिणी इंग्लैंड के कई इलाके प्रतिबंधों की तीसरे श्रेणी के तहत आते हैं, जो काफी सख्त प्रतिबंध हैं. उन्होंने कहा कि अब इन्हें और सख्त करते हुए चौथे चरण के प्रतिबंध लागू किए जाएंगे. प्रधानमंत्री ने कहा, '' ऐसा लगता है कि कोरोना वायरस के नए प्रकार के कारण संक्रमण का प्रसार बेहद तेजी से हो रहा है.''
चौथे चरण के तहत, लोगों को अपने घर के बाहर किसी भी अन्य व्यक्ति से मिलने-जुलने पर रोक रहेगी. यह रोक क्रिसमस के दौरान भी लागू रहेगी. इसके अलावा, जिन क्षेत्रों में हल्के प्रतिबंध लागू हैं, वहां भी क्रिसमस के दौरान केवल 25 दिसंबर के दिन तीन परिवारों को एकत्र होने की छूट रहेगी. हालांकि, यह छूट अब पांच दिन के लिए नहीं होगी.