खाड़ी और अरब देशों में जो युद्ध चल रहा है उसके दुष्परिणाम सारी दुनिया को दिख रहे हैं लेकिन एक फोटोग्राफर ने एक ऐसा फोटो खींचा है जिसने ट्विटर पर सनसनी फैला दी है. यह चित्र 4 साल के एक बच्चे का है जिसके पिता सीरिया के हामा में बमबारी कै दौरान मारे गए.
सीरिया के नागरिक इस बच्ची का नाम है अदि हुदिया और उसने इस नन्ही सी उम्र में इतनी बंदूकें देखी हैं कि वह खुद ब खुद सरेंडर की मुद्रा में आ जाती है.
तस्वीर में जो बच्चा दिख रहा है उसे पहले लड़का बताया गया लेकिन अब उसे लड़की बताया जा रहा है. दरअसल इस गड़बड़ी का कारण यह है कि जब तक विशेष रूप से बताया नहीं जाए, तुर्की की भाषा में सर्वनाम शब्द में लिंग का पता नहीं चलता है.
जब फोटोग्राफर उस्मान सगीर ने उस बच्ची का फोटो खींचने के लिए कैमरा सामने किया तो बच्ची को लगा कि उसे कोई हथियार दिखाया जा रहा है. उसे देखते ही बच्ची ने तुंरत सरेंडर की मुद्रा में डरते हुए हाथ ऊपर उठा दिए. उस बच्ची के चेहरे पर डर साफ दिख रहा है. जरा उसके होठों की ओर देखिए, उसने उन्हें दांतों से दबा रखा है. उसकी आंखों में बला की मासूमियत और खौफ है.
यह फोटो 2012 में खींचा गया था लेकिन अभी हाल में एक फिलीस्तीनी नादिया अबू शबन ने इसे ट्वीट किया और देखते ही देखते यह वायरल हो गया. इस चित्र को एक ही हफ्ते में 12,000 लोगों ने रीट्वीट किया. इस फोटो को देखकर लोग बहुत भावुक हो गए.
यह चित्र सीरिया की हालत दर्शाता है जहां चार साल से गृह युद्ध हो रहा है और हजारों लोग मारे जा चुके हैं. लाखों महिलाओं, बच्चों को शरणार्थी शिविरों में रहना पड़ रहा है. यूएन का कहना है कि एक करोड़ लोग बेघर हो गए हैं.