पश्चिम अफ्रीकी देश सिएरा लियोन में इबोला के कहर से बच पाने में सफल रहे अनाथ बच्चों को भोजन की कमी और भूख के चलते शरीर बेचने के लिए मजबूर किया जा रहे है.
ब्रिटिश चैरिटी स्ट्रीट चाइल्ड के शोधकर्ताओं ने चेताया है कि अगले महीने अगर बारिश होने से पहले बीज नहीं बांटे गए और फसल नहीं बोई गई तो स्थिति और ख़राब होगी.
इस संस्था को पहले ही कई चौंकाने वाले आंकड़े पता लगा हैं. इस संस्था का अनुमान है कि भूख से मरने वाले अनाथ बच्चों की संख्या 12000 है. उनमें से कई अब खुद अपनी देखभाल करने के लिए बाध्य किए जा रहे हैं.
इस चैरिटी संस्था ने पाया कि कई बच्चों को उनके अपने दोस्त इबोला संक्रमण के डर से स्वीकारने को तैयार नहीं. इसकी वजह से ये बच्चे आत्महत्या कर रहे हैं, जबकि लड़कियों को भोजन खरीदने के लिए देह व्यापार करने को मजबूर किया जा रहा है.
शोध टीम का नेतृत्व करने वाले जॉन प्रायर का कहना है कि 'इबोला के कारण सुरक्षा के चलते अलग रह रहे ग्रामीण समुदायों ने अपनी फसल से हाथ धो दिया है जो वाकई इसकी बड़ी कीमत चुकाने को मजबूर है.'