पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक हिंदू पत्रकार अजय लालवानी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पत्रकार की हत्या उस वक्त की गई, जब वह नाई की दुकान पर बाल कटवा रहे थे. दो बाइक और एक कार में सवार होकर आए हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर लालवानी को मौत के घाट उतार दिया.
अजय लालवानी एक लोकल न्यूज चैनल और उर्दू भाषा के अखबार 'डेली पुचानो' में रिपोर्टर थे. वह गुरुवार को सुक्कुर शहर में नाई की दुकान में आए थे, तभी हमलावरों ने उनपर गोलियां चलानी शुरू कर दीं. घायल हालत में लालवानी को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन पेट, बांह और घुटने में गोली लगने से उनकी मौत हो गई.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजय लालवानी के पिता दिलीप कुमार ने कहा कि उनके परिवार की किसी से दुश्मनी नहीं थी. उन्होंने पुलिस के उस दावे को खारिज भी कर दिया कि निजी दुश्मनी के चलते उनके बेटे की हत्या हुई. इस वारदात की जांच करते हुए पुलिस ने शुक्रवार को तीन अज्ञात अपराधियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. इस वारदात के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
वहीं, हिंदू पत्रकार अजय लालवानी की हत्या की निंदा करते हुए पाकिस्तान की नेशनल असेंबली (MNA) में हिंदू मेंबर लालचंद मल्ही ने कहा कि यह बेहद चिंता का विषय है. पत्रकारों के एक समूह ने भी लालवानी की हत्या के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. लालवानी के अंतिम संस्कार के बाद एक मार्च भी निकाला गया.
अंतिम संस्कार में लालवानी के रिश्तेदारों, दोस्तों और अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के सदस्यों के साथ-साथ कराची, खैरपुर, शिकारपुर, लरकाना, सुक्कुर और अन्य शहरों के पत्रकार भी शामिल हुए.
बता दें कि पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है. आधिकारिक अनुमानों के अनुसार, पाकिस्तान में 75 लाख हिंदू रहते हैं. पाकिस्तान की अधिकांश हिंदू आबादी सिंध प्रांत में बसी हुई है. इसी सिंध प्रांत में ही हिंदू पत्रकार अजय लालवानी की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
एजेंसी इनपुट के साथ