पाकिस्तान के दक्षिणी सिंध प्रांत में कुछ अज्ञात लोगों ने एक छोटे से हिंदू मंदिर में आग लगा दी जिसके बाद समुदाय के लोगों और स्थानीय राजनीतिक पार्टियों ने प्रदर्शन किया. पाकिस्तान हिंदू परिषद के नेता रमेश वंखवानी ने बताया कि गुरुवार देर रात को टांडो मोहम्मद खान जिले में स्थित मंदिर की एक मूर्ति और कई धार्मिक पुस्तकें जलाकर नष्ट कर दी गई.
वंखवानी ने बताया, ‘हम नहीं जानते हैं कि इस घटना के पीछे किसका हाथ है, लेकिन हमारी शिकायत के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि मंदिर को आग के हवाले करने के बाद चार लोग मोटरसाइकिल से फरार हो गए.’
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी नसीम आरा पन्वहार ने एक गवाह के हवाले से बताया कि घटना के तुरंत बाद चार लोग दो मोटरसाइकिलों पर फरार हो गए. नसीम ने हमले को कमतर कर बताने की कोशिश करते हुए कहा कि सही मायने में देखा जाए तो वहां पर कोई मंदिर नहीं था.
उन्होंने बताया कि वहां मूर्तियों को रखने के लिए एक ऊंचा मंच था. इस साल के शुरू में मंदिरों पर हमले को देखते हुए हमने मंदिर के संरक्षक को इसके चारों ओर घेराबंदी करने और वहां मूर्तियां और धर्मिक पुस्तकें रखने से मना किया था, लेकिन उन्होंने हमारी सलाह नहीं मानी.
खबरों के मुताबिक हिंदू पंचायत के नेताओं डॉक्टर गिरदारीलाल मिचरेमल गुल, बाबू पटेल और मोहन लाल ने इसे दंगा फैलाने की साजिश करार दिया और संयम बरतने की बात कही. उन्होंने संघीय सरकार और स्थानीय सरकार से उपद्रवियों को न्याय के कठघरे में लाने का अनुरोध किया.
इस घटना को लेकर टोंडो मोहम्मद खान पुलिस थाने में आगजनी करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
इनपुट भाषा से