पाकिस्तान के हिन्दू अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से दीपावली के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश और विशेष सहायता पैकेज की की मांग की है.
पाकिस्तान हिन्दू काउंसिल के मुख्य संरक्षक और सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद डॉ. रमेश कुमार वंकवानी ने कहा कि अवकाश की घोषणा किए जाने से समुदाय में वंचित होने के अहसास को कम करने में मदद मिलेगी.
उन्होंने 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' से कहा, 'हम देशभक्त पाकिस्तानी हैं और अपने वार्षिक पर्व पर सार्वजनिक अवकाश हमारा संवैधानिक अधिकार है.' वंकवानी ने कहा कि वह नेशनल असेंबली में मुद्दा उठाएंगे.
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों के मुद्दों के समाधान में किसी भी राजनीतिक पार्टी की दिलचस्पी नहीं है. मलेशिया, नेपाल, श्रीलंका, म्यामांर और बांग्लादेश सहित दुनिया के 100 से अधिक देशों में दीपावली पर आधिकारिक अवकाश होता है. लेकिन पाकिस्तान में इस दिन कार्यालय ना जाने वाले हिन्दुओं को अनुपस्थित घोषित कर दिया जाता है. दीपों का पर्व दीपावली 23 अक्तूबर को मनाया जाएगा.
गौरतलब है कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की पूर्व सरकार ने प्रत्येक हिन्दू सांसद के लिए दस-दस लाख रुपये का एक पैकेज शुरू किया था, ताकि वे दीपावली पर समुदाय के लोगों के बीच इसे वितरित कर सकें.
पीपीपी की परंपरा बरकरार रखें नवाज
वंकवानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन सरकार को भी यह परंपरा बरकरार रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार सभी सार्वजनिक और निजी संगठनों को निर्देश दे कि वे दीपावली पर हिन्दुओं को पैकेज दें और वेतन का अग्रिम भुगतान करें.
पाकिस्तान के अनुसूचित जाति अधिकार आंदोलन के अध्यक्ष और हरे राम फाउंडेशन के निदेशक रमेश जयपाल ने कहा कि हिन्दुओं को यह अहसास कराने के लिए दीपावली पर सार्वजनिक अवकाश जरूरी है कि वे इस देश में समाज का हिस्सा हैं.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हिन्दू सर्वाधिक वंचित समूहों में से हैं और इसलिए सरकार को इस बारे में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. जयपाल ने कहा, 'सरकार को दीपावली पर हिन्दुओं के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करनी चाहिए जैसा कि वह रमजान के दौरान करती है.'
गिलानी दीपावली पर बधाई देने वाले पहले प्रधानमंत्री
जयपाल ने कहा, 'यूसुफ रजा गिलानी दीपावली पर हिन्दुओं को बधाई देने वाले पहले प्रधानमंत्री थे. हम वर्तमान सरकार से भी इसकी उम्मीद करते हैं.'
हिन्दू धार्मिक नेता गुरू सुखदेव ने कहा, 'दीवाली प्रेम और भाईचारे का संदेश देती है. देश में चरमपंथ के खतरे से बचने के लिए इस संदेश को प्रसारित करने की आवश्यकता है. सरकार को इस अवसर का इस्तेमाल इस संदेश के प्रसार के लिए करना चाहिए.'
- इनपुट भाषा से