अमेरिका से इंटरनेशल आतंकी घोषित होने के बाद हिज्बुल मुजाहिद्दीन सरगना सैय्यद सलाहुद्दीन का पहला इंटरव्यू सामने आया है. पाकिस्तानी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में सलाहुद्दीन ने कबूला है कि उसने भारत में हमले कराए हैं. साथ ही कहा है कि आज भी वो भारत में कहीं भी हमला करा सकता है.
सलाहुद्दीन ने बताया कि अमेरिकी बैन से उस पर कोई असर नहीं पड़ा है और वो आज भी इंटरनेशनल मार्केट से हथियार खरीद सकता है. इस इंटरव्यू में सलाहुद्दीन ने ये भी कबूला कि पाकिस्तान से हिज्बुल मुजाहिद्दीन को फंडिंग मिलती है. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिकी दौरे से पहले अमेरिकी ने सलाहुद्दीन को अंतर्रराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया था.
सलाउद्दीन अमेरिका की ओर से लगाए गए प्रतिबंध से बुरी तरह बौखला गया है. उसने कहा कि कश्मीर की कथित 'आजादी' के लिए संघर्ष जारी रहेगा. आतंकी सलाउद्दीन ने कहा, 'हम आतंकवादी नहीं हैं. हमारा संघर्ष भारत से आजादी के लिए है और कश्मीर की कथित आजादी के लिए यह संघर्ष जारी रहेगा. उसने कहा, 'अमेरिका कोई एक मिसाल नहीं पेश कर सकता है, जिससे यह साबित होता हो कि मैं और दूसरे कश्मीरी लड़ाकों ने आतंकवाद की किसी वारदात को अंजाम दिया है.'
मौज की जिंदगी जीता है सलाहुद्दीन का परिवार
सलाहुद्दीन कभी पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में रहता है तो कभी पाकिस्तान में. वहीं से वो जम्मू और कश्मीर में आतंक की आग भड़काता रहता है. वो हिंदुस्तान के खिलाफ जहर उगलता है लेकिन आपको ये जानकर ताज्जुब होगा कि उसकी पत्नी हिंदुस्तान में ही रहती है और उसके सभी बेटे-बेटियां अच्छी नौकरी में हैं.
सलाहुद्दीन याद रखे कि यह कांग्रेस नहीं मोदी की सरकार है: गिरिराज सिंह
सलाहुद्दीन के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का कहना है कि भूल जाए सलाहुद्दीन. यह नरेंद्र मोदी की सरकार है. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस की सरकार नहीं है. जो 56 इंच का सीना था वह 56 इंच का सीना लेकर भारत की सेना दिखा रही है कि कश्मीर में क्या-क्या एक्शन होता है. बॉर्डर पर क्या एक्शन होता है. पूरी दुनिया में सलाहुद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया गया है. आने वाले दिनों में मोदी की सरकार पाकिस्तान को अलग-थलग कर देगी. चीन को भी सोचना पड़ेगा. पाकिस्तान का साथ दे या ना दे.